सऊदी अरब की यमन में बड़ी एयर स्ट्राइक, UAE के हथियारों की खेप पर बरसाए बम

सऊदी अरब ने यमन के मुकल्ला बंदरगाह पर हवाई हमला कर अलगाववादी गुट के लिए लाई गई हथियारों की खेप को निशाना बनाने का दावा किया है. सऊदी के अनुसार ये हथियार UAE से आए थे. इस कार्रवाई से यमन में चल रहे युद्ध के साथ-साथ सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के रिश्तों में भी नया तनाव पैदा हो गया है.

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सऊदी अरब ने यमन में UAE के समर्थन वाले ग्रुप पर हमला किया है. (Photo- Screengrab) सऊदी अरब ने यमन में UAE के समर्थन वाले ग्रुप पर हमला किया है. (Photo- Screengrab)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

यमन में जारी लंबे संघर्ष के बीच सऊदी अरब ने मंगलवार को बंदरगाह शहर मुकल्ला पर हवाई हमला किया. सऊदी अरब का कहना है कि यह हमला वहां पहुंची हथियारों की एक खेप के खिलाफ किया गया, जो दक्षिणी ट्रांजिशनल काउंसिल (STC) नाम के अलगाववादी गुट के लिए लाई गई थी. यह गुट संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के समर्थन से काम करता है.

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सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी के जरिए जारी सैन्य बयान में कहा गया कि ये हथियार UAE के पूर्वी तट पर स्थित फुजैरा बंदरगाह से जहाजों के माध्यम से मुकल्ला लाए गए थे. बयान में कहा गया, "इन हथियारों से क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को गंभीर खतरा था. इसी कारण गठबंधन वायुसेना ने सीमित सैन्य कार्रवाई करते हुए बंदरगाह पर उतारे गए हथियारों और लड़ाकू वाहनों को निशाना बनाया."

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इस हमले में किसी के हताहत होने की तुरंत कोई पुष्टि नहीं हुई है. सऊदी सेना का कहना है कि कार्रवाई रात के समय की गई, ताकि किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान न हो. वहीं, UAE ने इस पूरे मामले पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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"ग्रीनलैंड" नाम के जहाज पर सऊदी ने किया हमला

विश्लेषकों के अनुसार, यह हमला संभवतः "ग्रीनलैंड" नाम के एक जहाज पर केंद्रित था, जो सेंट किट्स के झंडे के तहत रजिस्टर्ड है. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, ट्रैकिंग डेटा से पता चलता है कि यह जहाज 22 दिसंबर को फुजैरा में था और रविवार को मुकल्ला पहुंचा. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मुकल्ला की सड़कों पर नए बख्तरबंद वाहन चलते हुए दिखाई दिए, जिससे हथियारों की आपूर्ति के दावे को और बल मिला है.

दक्षिणी ट्रांजिशनल काउंसिल ने इलाकों पर किया कब्जा

मुकल्ला, यमन के हदरमौत प्रांत में स्थित है, जिस पर हाल के दिनों में दक्षिणी ट्रांजिशनल काउंसिल ने कब्जा किया है. यह इलाका रणनीतिक रूप से काफी अहम माना जाता है. इससे पहले शुक्रवार को भी सऊदी अरब ने इस गुट पर हवाई हमले किए थे, जिन्हें विशेषज्ञों ने अलगाववादियों को चेतावनी के रूप में देखा था.

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सऊदी-UAE में बढ़ सकता है तनाव

इस घटनाक्रम से सऊदी अरब और UAE के बीच तनाव और गहराने के संकेत मिल रहे हैं. दोनों देश यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं, लेकिन अलग-अलग गुटों का समर्थन कर रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि मुकल्ला पर हुआ यह हमला यमन युद्ध को और मुश्किल बना सकता है और खाड़ी देशों के बीच बढ़ती कंपटीनशन को भी उजागर करता है.

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