पुलिस के सामने ही इस देश में शख्स ने फाड़ी कुरान! मुस्लिम देशों का फूटा गुस्सा

सऊदी अरब सहित कई मुस्लिम देशों ने नीदरलैंड में कुरान की प्रति फाड़े जाने पर घोर आपत्ति जताई है. नीदरलैंड में इस्लाम विरोधी धुर-दक्षिणपंथी संगठन के नेता ने कुरान की प्रति संसद के सामने ही फाड़नी शुरू कर दी. पुलिस घटना को देखती रही लेकिन व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं की.

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सऊदी अरब ने कुरान की प्रति फाड़ने की कड़ी निंदा की है (Photo-Reuters) सऊदी अरब ने कुरान की प्रति फाड़ने की कड़ी निंदा की है (Photo-Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 10:48 PM IST

स्वीडन में कुरान की प्रति जलाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि नीदरलैंड में कुरान को फाड़ने का मामला सामने आया है. नीदरलैंड में एक शख्स ने पुलिस की मौजूदगी में ही डच संसद के सामने कुरान के पन्ने फाड़े और उन्हें जमीन पर फेंक दिए. इसके बाद शख्स जमीन पर पड़े पन्नों को अपने पैरों से रौंदता हुआ भी दिखा. मुस्लिम देश सऊदी अरब ने एक बयान जारी कर नीदरलैंड की इस घटना पर सख्त आपत्ति जताई है.

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सऊदी विदेश मंत्रालय ने जर्मनी के एक अति-दक्षिणपंथी इस्लाम विरोधी समूह के नेता द्वारा नीदरलैंड में कुरान की प्रति फाड़ने की कड़ी निंदा और भर्त्सना करते हुए एक बयान जारी किया है.

कुरान की प्रति फाड़ने वाले शख्स का नाम एडविन वैगन्सवेल्ड बताया जा रहा है जो धुर-दक्षिणपंथी जर्मन संगठन Patriotic Europeans Against the Islamicisation of the Occident (Pegida) के डच चैप्टर का प्रमुख है. Pegida यूरोप में इस्लाम के खिलाफ चलाया जाने वाला धुर-दक्षिणपंथी राजनीतिक आंदोलन है.

एडविन का कुरान फाड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो डच संसद के सामने चलकर आता है और कैमरे की मौजूदगी में कुरान के पन्ने फाड़ने लगता है. वो कुरान पर खड़े होकर कुरान की दूसरी किताब फाड़ता हुआ दिख रहा है.

इसे लेकर सऊदी के मंत्रालय ने कहा, 'इस तरह की घृणित हरकत दुनिया भर के करोड़ों मुसलमानों की भावनाओं को भड़काती है. हम बातचीत, सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के मूल्यों को फैलाने और घृणा-उग्रवाद को खारिज करने पर जोर देते हैं.'

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संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को एक बयान जारी कर इसकी निंदा की है. मंत्रालय ने कहा, 'UAE का विदेश और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय (MoFAIC) इस तरह के उल्लंघनों को अस्वीकार करता है. मंत्रालय ने ऐसे समय में धार्मिक प्रतीकों का सम्मान करने और ध्रुवीकरण से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया जब दुनिया को सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के मूल्यों को फैलाने और नफरत, उग्रवाद को खारिज करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.'

मुस्लिम देश कतर, कुवैत, जॉर्डन, मिस्र और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी इस घटना की निंदा की है. तुर्की ने भी इस घटना का विरोध किया और अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए डच राजदूत को तलब किया है. 

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