रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी है और पश्चिमी देशों की टेंशन कम नहीं हो रही है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को परमाणु हमले की चेतावनी जारी की है. पुतिन ने साफ कहा है कि अगर रूस में यूक्रेनी मिसाइलों से नुकसान पहुंचता है तो फिर वो परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, परमाणु शक्ति संपन्न देश के समर्थन से गैर परमाणु हथियार वाले देश का रूस पर हमला दोनों देशों का संयुक्त हमला माना जाएगा और जवाबी कार्रवाई की जाएगी.
पश्चिमी देशों के समर्थन से युद्ध लड़ रहा है यूक्रेन
रूस की यह चेतावनी पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को उसके खिलाफ क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दिए जाने को लेकर बढ़ती चिंता के बीच आई है. माना जा रहा है कि यूक्रेन की तरफ से बढ़ते हमलों के मद्देनजर रूस ने परमाणु हमले की नीति में बदलाव किया है. यूक्रेन ढाई साल से अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन से रूस के खिलाफ जंग लड़ रहा है. हाल के महीनों में यूक्रेन ने रूस पर कई जबरदस्त हमले किए हैं.
पुतिन ने कहा, रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की ओर बदलाव की शर्तें भी स्पष्ट रूप से तय हैं. पुतिन के अनुसार, समायोजन जरूरी था क्योंकि दुनिया तेजी से बदल रही है. रॉयटर्स के अनुसार, पुतिन ने कहा कि रूस ने उस स्थिति में पारंपरिक हथियारों के अलावा परमाणु हथियारों का उपयोग करने का अधिकार सुरक्षित रखा है, जब वो या उसका साथी बेलारूस टारगेट पर हैं.
क्षेत्र में बढ़ते आक्रामक अभियान के बीच रूसी सेनाएं यूक्रेन के प्रमुख गढ़ वुहलेदार के बाहरी इलाके में पहुंच गई हैं. यूक्रेन ने रूसी रियर गोला बारूद डिपो पर हमला किया है. यहां रूस की सैन्य रसद के बारे में पता चला है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा किया है. उन्होंने वहां यूक्रेन को समय पर और निर्बाध सैन्य सहायता की जरूरत दोहराई है. अमेरिका ने तोपखाने के गोले का उत्पादन बढ़ाया है और संयुक्त हथियार उत्पादन पर चर्चा की है.
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