चार देशों की यात्रा पर निकले राहुल गांधी, छात्रों और व्यापारियों से करेंगे संवाद

राहुल गांधी ने दक्षिण अमेरिका का दौरा शुरू किया है, जिसमें वे ब्राज़ील, कोलंबिया सहित चार देशों का भ्रमण करेंगे. इस यात्रा के दौरान वे राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालय के छात्रों और व्यापारिक संगठनों से मुलाकात कर भारतीय लोकतंत्र और रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने का प्रयास करेंगे.

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लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने चार दक्षिण अमेरिकी देशों का दौरा शुरू किया (Photo: PTI) लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने चार दक्षिण अमेरिकी देशों का दौरा शुरू किया (Photo: PTI)

मौसमी सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 27 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:17 PM IST

Rahul Gandhi starts 4-Nation South America Visit: लोकसभा के विपक्षी नेता राहुल गांधी ने दक्षिण अमेरिका का दौरा शुरू कर दिया है. इस यात्रा में वे चार देशों में जाकर वहां के राजनीतिक नेताओं, कॉलेज के छात्रों और व्यापारियों से मिलेंगे. कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने यह जानकारी दी है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि राहुल गांधी कितने दिन के लिए विदेश गए हैं. 

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पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि राहुल गांधी का यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण है. इस यात्रा में वे राजनीतिक नेताओं, यूनिवर्सिटी के छात्रों और व्यापारिक समुदाय के लोगों के साथ बातचीत करेंगे.

राहुल गांधी खासकर ब्राज़ील और कोलंबिया देश जाएंगे. वहां वे कॉलेज के छात्रों से मिलकर उनसे बात करेंगे. 

किससे होगी मुलाकात?

इस दौरे में राहुल गांधी कई महत्वपूर्ण लोगों से मिलेंगे, जिनमें विभिन्न देशों के राष्ट्रपति और बड़े नेता, यूनिवर्सिटी के छात्र, व्यापारिक नेता और कंपनी के मालिक. पार्टी का कहना है कि इन मुलाकातों से भारत के लोकतांत्रिक और रणनीतिक रिश्ते मजबूत होंगे.

व्यापार के नए अवसर तलाशना

कांग्रेस ने बताया कि राहुल गांधी व्यापारिक नेताओं से भी बातचीत करेंगे. इसका मकसद यह है कि अमेरिका की टैरिफ नीति के कारण भारत को अपने व्यापार के लिए नए रास्ते खोजने होंगे. इस दौरे से भारत को नए व्यापारिक साझेदार मिल सकते हैं.

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यह भी पढ़ें: 'राहुल गांधी हैं असली देशभक्त, 4000KM पैदल चल जनता की आवाज सुनी', मोतिहारी में बोलीं प्रियंका गांधी

छात्रों से संवाद

राहुल गांधी ब्राज़ील, कोलंबिया और अन्य देशों के यूनिवर्सिटी में जाकर छात्रों से बात करेंगे. कांग्रेस का कहना है कि यह भविष्य के वैश्विक नेताओं के साथ विचार-विमर्श को बढ़ावा देगा.

ऐतिहासिक महत्व

कांग्रेस ने बताया कि इस दौरे का ऐतिहासिक महत्व भी है. भारत और दक्षिण अमेरिका के बीच पुराने रिश्ते हैं. दोनों ने मिलकर कई काम किए हैं, जैसे - गैर-संरेखित आंदोलन में साथ काम किया. वैश्विक दक्षिण में एकजुटता दिखाई और मल्टीपोलर विश्व व्यवस्था के लिए प्रतिबद्धता जताई.

पीटीआई के इनपुट के साथ

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