PAK: इमरान खान की पार्टी PTI के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी रिहा होते ही फिर गिरफ्तार

पाकिस्तान में PTI नेता शाह महमूद कुरैशी को रिहा किए जाने के बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. अपनी गिरफ्तारी से पहले जेल के बाहर बोलते हुए कुरैशी ने जोर देकर कहा था कि वह अब भी पीटीआई का हिस्सा थे और रहेंगे.

Advertisement
शाह महमूद कुरैशी (फाइल फोटो) शाह महमूद कुरैशी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • रावलपिंडी,
  • 23 मई 2023,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

पाकिस्तान में पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी को रावलपिंडी की अदियाला जेल से रिहा किए जाने के कुछ मिनट बाद मंगलवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी रिहाई के तुरंत बाद पार्टी नेता मुसर्रत जमशेद चीमा को भी फिर से गिरफ्तार कर लिया गया.

अपनी गिरफ्तारी से पहले जेल के बाहर बोलते हुए कुरैशी ने जोर देकर कहा था कि वह अब भी पीटीआई का हिस्सा थे और रहेंगे. इसके बाद पूर्व मंत्री को पुलिस अज्ञात स्थान पर ले गई. पार्टी में बने रहने के बारे में उनका बयान पार्टी के वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी द्वारा पीटीआई छोड़ने और राजनीति छोड़ने की घोषणा के घंटों बाद आया है. 

Advertisement

इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने दी थी रिहाई

इससे पहले मंगलावर को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने कुरैशी की रिहाई का आदेश दिया, जब उन्होंने एक हलफनामा जमा किया कि वह आंदोलन करने और श्रमिकों को उकसाने से दूर रहेंगे.

बता दें कि अल-कादिर ट्रस्ट मामले में 9 मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं के हिंसक विरोध प्रदर्शन के 24 घंटे के भीतर इस्लामाबाद से गिरफ्तार किए गए शीर्ष पीटीआई नेताओं में कुरैशी भी शामिल थे. पुलिस ने उस समय पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में दंगों और आगजनी के मामलों में पूर्व विदेश मंत्री को गिरफ्तार किया था.

पीटीआई नेता ने दी थी ये दलील

हालांकि, अपनी गिरफ्तारी से पहले, पीटीआई नेता ने पार्टी कार्यकर्ताओं को देश में सच्ची आजादी के लिए अपना संघर्ष जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया था. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में, मैंने हर मंच पर पाकिस्तान के हितों का बचाव किया. मैं व्यावहारिक राजनीति में 40 साल से हूं.'

Advertisement

कुरैशी ने कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है और उन्होंने कोई भड़काऊ बयान नहीं दिया है जिससे मुकदमों का सामना करना पड़े. उन्हें भरोसा था कि पीटीआई का आंदोलन अपनी मंजिल तक पहुंचेगा. 18 मई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने कुरैशी की गिरफ्तारी के आदेश को रद्द कर दिया और उसे रिहा करने की घोषणा की थी. हालांकि, अदालत ने कहा था कि पीटीआई नेता की रिहाई उनके लिखित हलफनामे पर निर्भर करेगी कि वह हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेंगे और भविष्य में किसी भी तरह की हिंसा को भड़काने से बचेंगे.

PTI समर्थकों के गुस्से ने पाकिस्तान में की थी हिंसा और आगजनी

सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव (एमपीओ) समेत कई दिनों तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद कई पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. विरोध प्रदर्शनों के दौरान, क्रोधित पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नष्ट कर दिया था और लाहौर कॉर्प्स कमांडर्स हाउस और जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) प्रवेश द्वार सहित सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था. इसके बाद, सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर ने घोषणा की कि पाकिस्तानी सेना अधिनियम और आधिकारिक गुप्त अधिनियम के तहत सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल सभी लोगों पर मुकदमा चलाने की कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement