'इजरायल पर PAK के परमाणु हमले की बात मनगढ़ंत', बोले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, "पाकिस्तान की न्यूक्लियर पॉलिसी 1998 से नहीं बदली है. हमारी तरफ से, ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है, यह मनगढ़ंत था."

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पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार (फाइल फोटो) पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2025,
  • अपडेटेड 6:34 AM IST

पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री इशाक डार ने सोमवार को ऑनलाइन वायरल हो रहे एक वीडियो क्लिप को मनगढ़ंत करार दिया, जिसमें एक ईरानी जनरल ने कहा था कि इस्लामाबाद ने तेहरान को आश्वासन दिया था कि अगर इजरायल ने ईरान पर परमाणु हमला किया तो पाकिस्तान उस पर परमाणु हमला करेगा.

इशाक डार ने संसद को बताया, "सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक ईरानी जनरल को यह कहते हुए दिखाया गया है कि अगर इजरायल ईरान पर परमाणु हमला करता है, तो पाकिस्तान, इजरायल पर परमाणु हथियारों से हमला करेगा." 

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उन्होंने कहा कि यह गैर-जिम्मेदाराना और झूठी खबर है. दावे इंटरनेट पर वायरल हो गए थे और यहां तक ​​कि यूके के एक समाचार आउटलेट ने भी इसे उठाया था.

'पाकिस्तान की पॉलिसी नहीं बदली है...'

डार ने कहा कि पाकिस्तान की परमाणु नीति 1998 से नहीं बदली है. हमारी तरफ से, ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है, यह मनगढ़ंत था. उस समय भी, हमने कहा था कि यह पाकिस्तान की घोषित नीति है. यह आत्मरक्षा के मकसद से है. 

इशाक डार ने कहा, "इजराइल, पाकिस्तान की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता. पाकिस्तान के पास किसी भी दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का जवाब देने की पर्याप्त ताकत है. हमारे सशस्त्र बल पूरी तरह से सतर्क हैं." 

उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक कथित वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें पाकिस्तान से इजरायल-ईरान संघर्ष से दूर रहने की गुजारिश की गई है. उन्होंने कहा, "हमने जांच की है कि यह एआई द्वारा जनरेटेड क्लिप थी." 

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किसके पक्ष में है पाकिस्तान?

ईरान-इजरायल संघर्ष के बारे में बात करते हुए इशाक डार ने कहा, "पाकिस्तान ईरान-अमेरिका परमाणु वार्ता की सफलता के पक्ष में है. पाकिस्तान ने ईरान संघर्ष पर नजर रखने के लिए 13 जून को विदेश मंत्रालय की संकट प्रबंधन इकाई को एक्टिव कर दिया है. हमने अब तक 251 छात्रों को निकाला है. वहां 500 से अधिक जायरीन (तीर्थयात्री) हैं, उनमें से तीन सौ हवाई मार्ग से वहां गए, जबकि 209 सड़क मार्ग से वहां गए." 

डार ने कहा कि ईरान ने सऊदी अरब में 20 हजार हज यात्रियों को वापस लाने में मदद के लिए 14 जून को पाकिस्तान से संपर्क किया था. हमने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. पाकिस्तान उन्हें आगमन पर वीजा देगा और कराची एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करेगा. हम अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं.
 

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