पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने सोमवार को बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से फोन पर बात की. इस बातचीत के दौरान इशाक डार ने भारत के साथ बढ़ती क्षेत्रीय तनाव की स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने खासतौर से भारत द्वारा 'अत्यधिक और एकतरफा कदम', जैसे सिंधु जल संधि के प्रावधानों के निलंबन का जिक्र किया.
इशाक डार ने बताया कि किस तरह भारतीय आरोप और कदम क्षेत्र में तनाव को बढ़ावा दे रहे हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बांग्लादेश के सलाहकार तौहीद हुसैन ने मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर की और सभी पक्षों द्वारा संयम बरते जाने की जरूरतों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि तनाव को कम करने के लिए गंभीर कोशिश किए जाने चाहिए.
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भारत से तनाव के बीच करीबी आ रहा पाकिस्तान-बांग्लादेश
दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान-बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की वकालत की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उच्च स्तरीय बैठकों का नियमित आयोजन जरूरी है ताकि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत बने रहें. मसलन, बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के दौरान बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच करीबी आई है, और दोनों मुल्कों में बातचीत होने लगी है.
साथ मिलकर काम करने की बात दोहराई
साथ ही, दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग को बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा की. इस बातचीत के माध्यम से पाकिस्तान और बांग्लादेश ने क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए मिलकर काम करने के अपने इरादे की पुष्टि की.
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पहलगाम आतंकी हमले की बांग्लादेश ने निंदा की थी, लेकिन बीते दिनों उसके एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर ने भारतीय क्षेत्रों को कब्जाने की बात कही थी. हालांकि, बाद में बांग्लादेश ने उनके बयान से किनारा कर लिया. भारत ने रिटायर्ड ऑफिसर के बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी.
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