पाकिस्तान के मौजूदा गेहूं संकट के बीच रूस से उसे बड़ी मदद मिल रही है. शहबाज शरीफ सरकार द्वारा रूस से खरीदी गई गेहूं की पहली खेप सोमवार को कराची बंदरगाह पर पहुंच गई है. खाद्य सुरक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने घोषणा की है कि गेहूं से लदे दो जहाज कराची पहुंच गए हैं. उन्होंने जानकारी दी कि रूस से अतिरिक्त 4 लाख 50 हजार टन गेहूं ग्वादर बंदरगाह के माध्यम से पाकिस्तान पहुंचेगा.
मार्च तक पाकिस्तान पहुंच जाएगी आयातित गेहूं की आखिरी खेप
पाकिस्तान सरकार गेहूं की किल्लत को पूरा करने के लिए कुल 75 लाख टन गेहूं का आयात कर रही है. रूस से पाकिस्तान ने जितना गेहूं खरीदा है, वो 30 मार्च तक पाकिस्तान पहुंच जाएगा. रूस के साथ-साथ दूसरे देशों से आयातित गेहूं भी कराची बंदरगाह पर पहुंच रहा रहा है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कराची बंदरगाह पर अब तक 3 लाख 50 हजार टन गेहूं आ चुका है.
गेहूं के लिए पाकिस्तान में लग रही लंबी लाइनें
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है और विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने के कगार पर है. पाकिस्तान में आई बाढ़ ने गेहूं की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया जिससे लोगों को दो वक्त की रोटी मिलना मुहाल हो गया है.
लोग एक बोरी आटे के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगे दिख रहे हैं. ऐसे में सरकार सब्सिडी पर 10 किलो आटा लोगों को दे रही है जिसकी कीमत 650 रुपये हैं. इसी सब्सिडी के आटे के लिए सिंध प्रांत में एक व्यक्ति की जान चली गई. बताया जा रहा है कि बाजार में अब ये सब्सिडी वाला सस्ता आटा मिलना भी बंद हो गया है.
160 रुपये किलो बिक रहा चक्की आटा
पाकिस्तान में एक किलो आटा 130 रुपये किलो, मैदा 150 रुपये किलो और चक्की आटा 160 रुपये किलो बिक रहा है. गेहूं की कीमतें बढ़ने और गैस की कमी के कारण पाकिस्तान में एक रोटी 25 रुपये में मिल रही है.
पाकिस्तान फ्लोर मिल्स एसोसिएशन सिंध क्षेत्र के अध्यक्ष चौधरी आमिर ने कहा, 'देश का गेहूं भंडार घट रहा है. सरकार केवल 30 प्रतिशत गेहूं का कोटा प्रदान कर रही है. हम 70 फीसदी गेहूं खुले बाजार से खरीद रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि 100 किलो गेहूं की बोरी की कीमत बढ़कर 12,500 रुपये हो गई है. पाकिस्तान में गेहूं की खपत भी काफी ज्यादा है. अकेले कराची में गेहूं की दैनिक खपत 9,000 टन है.
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