नेपाल: प्रदर्शनकारियों ने जेल फूंकी, पोखरा, महोतरी और नक्खू से 1600 से ज्यादा कैदी फरार, बिहार-UP बॉर्डर पर अलर्ट

नेपाल के महोतरी जिले की जेल से 576 कैदी फरार हो गए, वहीं पोखरा से 900 और काठमांडू की नक्खू जेल से भी बंदी भाग निकले. प्रदर्शनकारियों ने नक्खू जेल में आगजनी की और पूर्व गृहमंत्री रवि लामिछाने को छुड़ा लिया. हालात बिगड़ने पर बिहार-यूपी बॉर्डर पर अलर्ट है.

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कैदी सामान भी साथ ले गए- (Photo: ITG) कैदी सामान भी साथ ले गए- (Photo: ITG)

केशव आनंद / पंकज दास

  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

नेपाल के महोतरी जिले में मंगलवार देर शाम बड़ी वारदात हुई. जिले के जलेश्वर स्थित जेल ब्रेक हो गया और मौके का फायदा उठाते हुए बंदियों ने भागने की कोशिश की. इस दौरान जेल में मौजूद कुल 577 कैदियों में से 576 कैदी फरार होने में सफल रहे. पोखरा से भी 900 कैदी बंदी जेल से फरार हो गए. जेल में प्रदर्शनकारियों के घुसने के बाद पुलिस वाले पीछे हट गए. मौके का फायदा उठाकर सभी 900 कैदी बंदी आराम से निकलने में कामयाब हो गए. काठमांडू के नक्खू जेल से भी कैदियों के बाहर जाने की खबर है. काठमांडू के नक्खू जेल को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया. पूर्व गृह मंत्री रवि लामिछाने इसी जेल में बंद थे, उनके समर्थकों ने घर पहुंचाया. इस घटना के बाद बिहार-यूपी बॉर्डर पर अलर्ट है.

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सूत्रों के अनुसार, फरार होते समय कैदी अपने निजी सामान के साथ-साथ जेल का सामान भी उठा ले गए. घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.

स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों ने तुरंत पूरे इलाके को घेर लिया और फरार कैदियों की तलाश शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि फरार बंदियों को पकड़ने के लिए जिले की सीमाओं पर नाकेबंदी कर दी गई है.

सेना का आया बयान
इस बीच नेपाल के सेना का बयान भी सामने आया है. सेना ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है. नेपाल में चल रहे हालात को देखते हुए नेपाल सेना ने बयान जारी किया है. सेना ने कहा कि कुछ लोग मौजूदा कठिन परिस्थिति का फ़ायदा उठाकर आम नागरिकों और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं, आगजनी और लूटपाट कर रहे हैं. सेना ने जनता से अपील की है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों.

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सेना ने स्पष्ट किया है कि अगर ये गतिविधियां नहीं रुकीं, तो 10 सितंबर 2025 रात 10 बजे से नेपाल सेना सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां हालात को नियंत्रित करने और देश-नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख़्ती से तैनात रहेंगी.

बयान में यह भी कहा गया है कि सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की जाएगी और ज़रूरत पड़ने पर आगे की जानकारी साझा की जाएगी.

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