भारत की लाइन के जरिए बांग्लादेश को बिजली भेज रहा नेपाल, 40 मेगावाट निर्यात शुरू

नेपाल ने तीन देशों के त्रिपक्षीय समझौते के तहत भारत की ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली निर्यात शुरू कर दिया है. यह परियोजना 15 जून से 15 नवंबर तक चलेगी, जिसमें प्रति यूनिट बिजली की कीमत 6.4 अमेरिकी सेंट तय की गई है. बांग्लादेश अगले पांच वर्षों तक नेपाल से बिजली आयात करेगा.

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बिजली सप्लाई (Representational image) बिजली सप्लाई (Representational image)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2025,
  • अपडेटेड 4:13 PM IST

नेपाल ने भारत की 400 केवी की ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है. यह कदम तीनों देशों नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच 3 अक्टूबर 2024 को हुए त्रिपक्षीय समझौते के तहत हुआ है. इस समझौते के तहत, नेपाल ने बांग्लादेश को भारत के माध्यम से बिजली सप्लाई करने के लिए सहमति जताई है.

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नेपाल के एक अधिकारी ने बताया कि बिजली का निर्यात शनिवार आधी रात से शुरू हो गया है. इस समझौते के मुताबिक, नेपाल 15 जून से 15 नवंबर तक 40 मेगावाट बिजली निर्यात करेगा. यह बिजली भारत की मुझफ्फरपुर-बहरामपुर-भेरामारा 400-केवी ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बांग्लादेश तक पहुंचाई जाएगी.

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नेपाल ने पहले भी बांग्लादेश को बिजली सप्लाई की

यह पहली बार नहीं है जब नेपाल ने बांग्लादेश को बिजली निर्यात की है. पिछले वर्ष भी, नेपाल ने 15 नवंबर को एक दिन के लिए बांग्लादेश को बिजली निर्यात किया था, जो इस समझौते को लागू करने का एक प्रतीक था.

नेपाल और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय समझौता

नेपाल और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय समझौते के तहत, नेपाल बिजली की प्रति यूनिट कीमत 6.4 अमेरिकी सेंट चार्ज करेगा. इनके अलावा, बांग्लादेश ने अगले पांच वर्षों तक नेपाल से बिजली आयात करने पर सहमति दी है.

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इस पहल से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा और तीनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत साझेदारी का संकेत मिलेगा. इसके अलावा, यह नेपाल की ऊर्जा उत्पादन क्षमता का उपयोग बढ़ाने और बांग्लादेश की बिजली मांग को पूरा करने में मदद करेगा.

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