'हमने हमास के कमांडर मोहम्मद सिनवार को मार गिराया', बोले इजरायली पीएम नेतन्याहू

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की है कि हमास के गाज़ा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को 13 मई को एक हवाई हमले में मार गिराया गया है. पहले ये खबर आई थी कि मोहम्मद सिनवार को इजरायल ने हवाई हमले में मार गिराया है, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की गई थी, लेकिन अब इजरायली पीएम नेतन्याहू ने इसकी पुष्टि कर दी है.

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हमास का नेता मुहम्मद सिनवार इजरायली हमले में ढेर हो गया हमास का नेता मुहम्मद सिनवार इजरायली हमले में ढेर हो गया

aajtak.in

  • तेल अवीव,
  • 28 मई 2025,
  • अपडेटेड 8:44 PM IST

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की है कि हमास के गाज़ा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को 13 मई को एक हवाई हमले में मार गिराया गया है. नेतन्याहू ने कहा कि हमने मोहम्मद देइफ, याह्या सिनवार और मोहम्मद सिनवार को खत्म कर दिया है.इज़राइली डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) के अनुसार मोहम्मद सिनवार को ग़ज़ा के एक अस्पताल के नीचे बने सुरंग ठिकाने पर किए गए हमले में निशाना बनाया गया था.

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बता दें कि पहले ये खबर आई थी कि मोहम्मद सिनवार को इजरायल ने हवाई हमले में मार गिराया है, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की गई थी, लेकिन अब इजरायली पीएम नेतन्याहू ने इसकी पुष्टि कर दी है. उन्होंने कहा कि हमने मोहम्मद सिनवार को मार गिराया है. 

याह्या सिनवार की मौत के बाद बना था हमास नेता

मोहम्मद सिनवार ने अक्तूबर 2024 से हमास की कमान संभाली थी, जब उसके भाई और 7 अक्टूबर हमले के मास्टरमाइंड याह्या सिनवार को राफ़ा में इजराइली सेना ने मार गिराया था. मोहम्मद सिनवार तब से गाज़ा में हमास का प्रमुख नेता और शेष बचे 58 इजरायली बंधकों (जिनमें से लगभग 21 के जीवित होने की संभावना है) का प्रभारी था.

नेतृत्व संकट की ओर बढ़ता हमास

मोहम्मद सिनवार की मौत के बाद हमास के सैन्य नेतृत्व में भारी शून्य पैदा हो गया है. जानकारी के मुताबिक शाबाना हमास का अगला सैन्य प्रमुख बनने के लिए प्रमुख दावेदारों में से एक था. अब हमास के पांच मूल ब्रिगेड कमांडरों में से केवल गाज़ा सिटी ब्रिगेड कमांडर अज़-अदीन-अल-हदद ही जीवित बचा है.

गाजा में इजरायली हमले में मरने वालों की संख्या 54 हजार के पार

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बता दें कि गाजा में इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या 54 हजार के पार जा चुकी है. यह आंकड़ा सिर्फ बमों और मिसाइलों से मारे गए लोगों का नहीं, इसमें वो मासूम भी शामिल हैं जो भूख, इलाज की कमी और नाकाबंदी के चलते दम तोड़ चुके हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, घेराबंदी और बमबारी वाले क्षेत्रों में युद्ध की शुरुआत से लेकर अब तक मरने वालों की संख्या 54 हजार से अधिक हो गई है.
 

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