जासूस निकला इजरायली रक्षा मंत्री का क्लीनर, ईरान के लिए कर रहा था काम

इजरायल के रक्षा मंत्री के हाउसकीपर पर कथित तौर पर ईरान से जुड़े हैकर्स के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है. ओमरी गोरेन के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति का कथित तौर पर एक आपराधिक रिकॉर्ड है, लेकिन वह एक क्लीनर के रूप में रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ के घर पर काम करता था.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:51 AM IST
  • जासूस निकला इजरायली रक्षा मंत्री का क्लीनर
  • शेयर की घर की तस्वीरें

इजरायल ने देश के रक्षा मंत्री के हाउसकीपर पर कथित तौर पर ईरान से जुड़े हैकर्स के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया है. इजरायल के अधिकारियों ने गुरुवार को ये जानकारी दी है. ओमरी गोरेन के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति का कथित तौर पर एक आपराधिक रिकॉर्ड है, लेकिन वह एक क्लीनर के रूप में रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ के घर पर काम करता था.

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गोरेन ने शेयर की घर की तस्वीरें

उसकी गिरफ्तारी ने इजरायल के नेताओं तक पहुंच रखने वाले लोगों की पृष्ठभूमि की जांच पर सवाल खड़े किए हैं. गिरफ्तारी की घोषणा करने वाली शिन बेट सुरक्षा सेवा ने कहा कि वह अपनी जांच प्रक्रियाओं की समीक्षा कर रही है. सुरक्षा सेवा और अभियोग के अनुसार, गोरेन ने इज़राइली मीडिया में "ब्लैक शैडो" नामक एक हैकर समूह के बारे में रिपोर्ट देखी. गोरेन ने अपने कंप्यूटर सहित गैंट्ज़ के घर में विभिन्न वस्तुओं की तस्वीरें भेजकर रक्षा मंत्री तक अपनी पहुंच समूह को बताई थी.

सरकार ने कहा कि गोरोचोव्स्की नाम से पहचाने गए गोरेन ने गैंट्ज़ के कंप्यूटर को मैलवेयर से इनफैक्ट करने पर चर्चा की, लेकिन किसी भी योजना को अंजाम देने से पहले उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने कहा कि फिलहाल उसके पास वर्गीकृत मैटेरियल तक पहुंच नहीं थी.

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हैकिंग मामलों में शामिल ब्लैक शैडो

इज़राइली मीडिया ने बताया कि गोरेन को चार मामलों में जेल की सजा सुनाई गई है, जिसमें सशस्त्र डकैती और घर में सेंध लगाना शामिल है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गैंट्ज़ के लिए काम करने से पहले उसकी सुरक्षा समीक्षा नहीं की गई थी. इधर, गोरेन के पब्लिक डिफेंडर गैल वुल्फ ने कहा कि गोरेन बस पैसे कमाना चाहता था और उसका राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. इज़राइली मीडिया के अनुसार, "ब्लैक शैडो" को ईरान से जोड़ा गया है और यह ग्रुप व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली वेबसाइटों पर हैकिंग हमलों की एक सीरीज के लिए जिम्मेदार है.

वाला न्यूज के राजनयिक संवाददाता बराक रविद ने ट्वीट किया, "इजरायल राज्य में पूरी सुरक्षा जांच प्रणाली चिंतित करने वाली है. इसे हर साल करदाताओं के दिए धन द्वारा वित्त पोषित किया जाता है. ईरानियों की तो हँसी नहीं रुकती होगी."

 

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