गाजा जा रही कई नावों को इजरायल ने बीच समुद्र में रोका, हमास से जुड़े पूर्व PAK सांसद को पकड़ा

इजरायली सेना ने बुधवार को गाजा की ओर जा रही विदेशी एक्टिविस्ट और राहत सामग्री से भरी नौकाओं को रोक दिया. इस काफिले में शामिल स्वीडिश जलवायु एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और अन्य यात्रियों को एक इजरायली बंदरगाह पर ले जाया गया है.

Advertisement
तुर्की ने इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया है और इसे 'हमला' करार दिया है. (Photo: Reuters) तुर्की ने इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया है और इसे 'हमला' करार दिया है. (Photo: Reuters)

सुबोध कुमार

  • यरुशलम,
  • 02 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:41 AM IST

इजरायली सेना ने बुधवार को गाजा जा रही विदेशी एक्टिविस्ट और राहत सामग्री से भरी कई नौकाओं को रोका और उन्हें एक इजरायली बंदरगाह पर ले गए. इस कार्रवाई से वह विरोध प्रदर्शन बाधित हो गया, जो गाजा की नाकाबंदी के खिलाफ पूरी दुनिया में चर्चित हो चुका था.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, इजरायली विदेश मंत्रालय का एक वीडियो दिखाता है कि इन नौकाओं की सबसे चर्चित यात्री, स्वीडिश जलवायु एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, डेक पर बैठी थीं और उनके चारों ओर सैनिक मौजूद थे. इजरायल ने हामास से जुड़े पाकिस्तानी पूर्व सांसद मुश्ताक अहमद खान को भी हिरासत में लिया है. इजरायली बलों ने इस फ्लोटिला में सवार 37 देशों के 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.

Advertisement

(ग्रेटा थनबर्ग को हिरासत में लिया गया)

इजरायल ने जारी किया बयान

विदेश मंत्रालय ने एक्स (X) पर कहा, 'हमास-सुमूद फ्लोटिला की कई नौकाओं को सुरक्षित रूप से रोका गया है और उनके यात्रियों को इजरायल के बंदरगाह ले जाया जा रहा है. ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित और स्वस्थ हैं.'

'ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला' (Global Sumud Flotilla) के नाम से चल रहे इस अभियान में दवाइयां और खाना गाजा पहुंचाया जा रहा था. इसमें 40 से अधिक नागरिक नावें शामिल थीं, जिनमें करीब 500 सांसद, वकील और एक्टिविस्ट सवार थे.

एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लोटिला ने टेलीग्राम पर कई वीडियो शेयर किए, जिनमें यात्रियों ने अपने पासपोर्ट दिखाते हुए कहा कि उन्हें जबरन इजरायल ले जाया गया है, जबकि उनका मिशन पूरी तरह से 'अहिंसक और मानवीय' था.

(पूर्व PAK सांसद हिरासत में लिए गए)

Advertisement

तुर्की ने इजरायली कार्रवाई को बताया 'हमला' 

भूमध्य सागर के रास्ते आगे बढ़ रहे फ्लोटिला ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. तुर्की, स्पेन और इटली जैसे देशों ने भी अपनी नौकाएं और ड्रोन भेजे ताकि जरूरत पड़ने पर अपने नागरिकों की मदद कर सकें. इस बीच, इजरायल ने चेतावनी दी थी कि नावें वापस लौट जाएं.

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने फ्लोटिला पर इजरायल की कार्रवाई को 'हमले' और 'आतंकी कृत्य' करार दिया है. तुर्की ने कहा कि इसने निर्दोष नागरिकों की जान को खतरे में डाल दिया है. वहीं इटली में इजरायली कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन भड़क उठे हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement