इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर बातचीत हुई.
इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा में जल्द से जल्द युद्धविराम के उद्देश्य से तैयार ट्रंप के शांति प्रस्ताव को तुरंत लागू करने के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया. प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू ने क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने न्यायपूर्ण और स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों के लिए नई दिल्ली के समर्थन को दोहराया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित गाजा शांति योजना को शीघ्र लागू करना भी शामिल है.
उन्होंने संघर्षों के समाधान के लिए संवाद, कूटनीति और शांतिपूर्ण तरीके को भारत की लंबे समय से चली आ रही नीति के रूप में रेखांकित किया. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद की हर रूप में कड़ी निंदा की और आतंकवाद के प्रति अपनी साझा जीरो टॉलरेंस नीति को फिर से दोहराया.
बता दें कि नेतन्याहू ने पीएम मोदी को फोन ऐसे समय पर किया है, जब पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में उग्रवाद और अस्थिरता को लेकर वैश्विक चिंताएं चरम पर हैं. दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर नजर रखते हुए तथा द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाते हुए आपस में निरंतर संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई. इसके साथ ही तेजी से बदलते भू-राजनीतिक माहौल में भारत-इजराइल साझेदारी के रणनीतिक महत्व को फिर से दोहराया.
प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू ने भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी में निरंतर गति पर संतोष जताया और आपसी हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने रक्षा, प्रौद्योगिकी, व्यापार और नवोन्मेष के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त रास्ते तलाशने पर भी चर्चा की. इस साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप की उस घोषणा का स्वागत किया था जिसमें इजराइल और हमास ने उनके 20-सूत्रीय गाजा शांति योजना के पहले चरण को स्वीकार करने पर सहमति जताई थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा में शांति के लिए 20 सूत्रीय पीस प्लान तैयार किया है, जिसके मुताबिक गाजा को आतंकवाद और कट्टरपंथ मुक्त बनाया जाएगा और वहां के लोगों के हित में विकास कार्य किए जाएंगे. इजरायल-हमास युद्ध तुरंत समाप्त किया जाएगा और इजरायली सेना हमले बंद कर देगी. इजरायल के द्वारा सार्वजनिक रूप से युद्धविराम स्वीकार करने के 72 घंटे के अंदर हमास को सारे इजरायली बंधक लौटाने होंगे. हमास के द्वारा इजरायली बंधकों को रिहा करते ही, इजरायल भी उम्रकैद वाले फिलिस्तीनी कैदियों और अन्य गाजावासियों को रिहा कर देगा. हमास के जो आतंकी सरेंडर करेंगे या गाजा छोड़ना चाहेंगे, उन्हें माफ किया जाएगा और जाने दिया जाएगा.
इसमें आगे कहा गया है कि UN, Red Crescent और अन्य संगठनों की मदद से गाजा में राहत सामग्री भेजी जाएगी और अस्पताल, बेकरी जैसी जरूरी सुविधाओं के बुनियादी ढांचे की मरम्मत होगी. गाजा का प्रशासन एक विशेष अस्थाई समिति चलाएगी, जिसकी निगरानी 'Board Of Peace' करेगा. 'Board Of Peace' का नेतृत्व खुद ट्रंप करेंगे और इसमें कई देशों के राष्ट्र अध्यक्ष और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाएं होंगी. जिनका काम गाजा का पुनर्निर्माण होगा.
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