व्हाइट हाउस का एक बड़ा सा हॉल. राष्ट्रपति ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगल-बगल बैठे हैं. ट्रंप प्रशासन के अहम चेहरे भी वहीं मौजूद हैं. ट्रंप के गोद में एक लैंडलाइन फोन है, इस फोन का रिसीवर नेतन्याहू के हाथ में है और वे कतर के प्रधानमंत्री से बात कर रहे हैं. व्हाइट हाउस ने इस ऐतिहासिक तस्वीर को जारी किया है. दरअसल इस तस्वीर में नेतन्याहू किसी से बात नहीं कर रहे हैं बल्कि वे कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से माफी रहे थे.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के पीएम से राजधानी दोहा में हुए इजरायली के लिए माफी मांगी थी. इजरायल ने 9 सितंबर को दोहा में हमास के दफ्तर पर हमला किया था. इसमें हमास के कुछ सदस्य और कतर के अधिकारी मारे गए थे. इस इजरायली हमले के बाद कतर और इजरायल संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए थे. इसके साथ ही गाजा की शांति वार्ता भी खटाई में पड़ गई थी.
लेकिन 29 सितंबर 2025 को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से माफी मांगी. यह माफी व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयोजित त्रिपक्षीय कॉल के दौरान दी गई.
इस कॉल के दौरान कतर की संप्रभुता का उल्लंघन करने के लिए नेतन्याहू ने कतर से माफी मांगी और वादा किया कि भविष्य में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं होगी.
गाजा पीस प्लान में अहम साबित हुई नेतन्याहू की माफी
नेतन्याहू द्वारा 29 सितंबर 2025 को कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से माफी मांगना गाजा शांति समझौते के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ. कतर गाजा में हमास और इजरायल के बीच प्रमुख मध्यस्थ रहा है. हमले के बाद कतर ने मध्यस्थता रोक दी थी, जिससे ट्रंप का गाजा पीस प्लान अटक गया था. माफी ने कतर को फिर से वार्ता में शामिल होने के लिए प्रेरित किया.
इजरायल की माफी ने सऊदी अरब, UAE जैसे देशों को ट्रंप की योजना का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया. कतर पर हमले के बाद इन देशों को भी अपनी संप्रभुता की चिंता सताने लगी थी. सऊदी अरब ने तो इस बीच पाकिस्तान के साथ सुरक्षा समझौता भी कर लिया था.
लेकिन नेतन्याहू की माफी के बाद इन देशों का आत्म विश्वास फिर से लौटा और इन्हें अमेरिका की गारंटी में दम नजर आया. इसके बाद ये देश गाजा पीस प्लान पर सहमत हुए .
इजरायल की माफी के बाद कतर ने हमास पर बंधकों की रिहाई और युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ाया. हालांकि ट्रंप के गाजा पीस प्लान पर अभी तक हमास की स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
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