अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका जल्द ही लैटिन अमेरिका में ड्रग तस्करी से जुड़े ठिकानों पर जमीनी हमले शुरू करेगा. हालांकि, ट्रंप ने यह साफ नहीं किया कि यह कार्रवाई कब और कहां होगी, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि यह सैन्य अभियान सिर्फ वेनेजुएला तक सीमित नहीं रह सकता. इस बीच, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो हमले को लेकर साफ-साफ चेतावनी दे चुके हैं. मादुरो का कहना है कि वे धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे.
राष्ट्रपति ट्रंप ने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अमेरिका अब ड्रग तस्करी के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को जमीनी स्तर तक ले जा रहा है. ट्रंप ने कहा कि समुद्री रास्तों से अमेरिका में आने वाली 96 प्रतिशत नशीली दवाओं की सप्लाई को रोका जा चुका है और अब अगला फोकस जमीन के रास्तों पर होगा.
ट्रंप ने कहा, हमने पानी के रास्ते आने वाली 96 प्रतिशत ड्रग्स को खत्म कर दिया है. अब हम जमीन के रास्ते कार्रवाई शुरू कर रहे हैं. जमीन पर यह काफी आसान है और यह अब होने वाला है. हालांकि राष्ट्रपति ने एक बार फिर यह बताने से इनकार कर दिया कि यह जमीनी हमले कब शुरू होंगे, किन इलाकों में होंगे और किन देशों को सीधे तौर पर इसका सामना करना पड़ेगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि क्या संबंधित देश अभी भी किसी तरह इस संभावित सैन्य कार्रवाई को टाल सकते हैं या नहीं.
वेनेजुएला पर दबाव, लेकिन निशाना सिर्फ वही नहीं
पिछले कुछ दिनों से ट्रंप लगातार यह संकेत दे रहे हैं कि अमेरिका अपने ड्रग विरोधी अभियान का दायरा बढ़ाने जा रहा है. यह बयान ऐसे समय आया है जब पेंटागन दक्षिण अमेरिका के तट के पास अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में ड्रग तस्करी से जुड़ी नावों पर हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दे चुका है.
हालांकि ट्रंप के इस आक्रामक रुख को मुख्य रूप से वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन ट्रंप ने शुक्रवार को साफ किया कि जमीनी हमलों का दायरा सिर्फ वेनेजुएला तक सीमित नहीं हो सकता.
ट्रंप ने कहा, जरूरी नहीं है कि यह सिर्फ वेनेजुएला में ही हो. जो लोग हमारे देश में ड्रग्स ला रहे हैं, वे सभी टारगेट हैं.
ड्रग तस्करी को युद्ध से जोड़कर देख रहे ट्रंप
ट्रंप ने ड्रग तस्करी के खिलाफ इस अभियान को युद्ध जैसी स्थिति करार दिया. उन्होंने कहा कि अगर ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों को युद्ध में मारे गए सैनिकों की तरह गिना जाए तो यह एक ऐसा युद्ध होगा जिसका कोई मुकाबला नहीं होगा. ट्रंप का यह बयान इस बात का संकेत है कि व्हाइट हाउस ड्रग तस्करी को अब सिर्फ कानून व्यवस्था की समस्या नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य चुनौती के रूप में देख रहा है.
मादुरो ने दे दी चेतावनी
इससे पहले ही वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो इस हफ्ते चेतावनी दे चुके हैं कि अगर उनके देश पर किसी भी तरह का विदेशी हमला हुआ तो मजदूर वर्ग को सामान्य विद्रोही हड़ताल के लिए तैयार रहना चाहिए. मादुरो ने यह भी कहा था कि किसी हमले की स्थिति में वेनेजुएला और ज्यादा कट्टरपंथी क्रांति की ओर बढ़ेगा. मादुरो ने कहा कि वेनेजुएला की ऐतिहासिक विद्रोही भावना को दुनिया की कुछ ताकतें आज भी समझने में नाकाम हैं.
उन्होंने आगे कहा, हमारी ऐतिहासिक विद्रोही चेतना इतनी गहरी है कि दुनिया के कुछ लोग आज भी इसे समझ नहीं पाते. झूठ, दबाव, ब्लैकमेल और धमकियों का जो फॉर्मूला वे अपनाते हैं, वो हमारे साथ काम नहीं करता. न पहले किया है और न कभी करेगा. उन्होंने कहा कि वेनेजुएला किसी एक व्यक्ति से नहीं, बल्कि लाखों लोगों से मिलकर बना एक गणराज्य है. जो लोग सोचते हैं कि यह सिर्फ एक आदमी है, वे मूर्ख हैं. यह एक पूरा देश है, एक गणराज्य है, जिसका गौरवशाली इतिहास है.
अमेरिकी तेल टैंकर जब्ती पर मादुरो ने क्या कहा...
इसी बीच, मादुरो ने अमेरिका द्वारा वेनेजुएला के एक तेल टैंकर को जब्त किए जाने की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस कार्रवाई को ‘क्रिमिनल पाइरेसी’ यानी आपराधिक समुद्री डकैती करार दिया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन है.
वेनेजुएला के साथ बढ़ते तनाव के बीच कैरेबियन क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य गतिविधियां भी तेज हो गई हैं. गुरुवार को प्यूर्टो रिको के पोंसे शहर में अमेरिकी कोस्ट गार्ड के हेलिकॉप्टर और मरीन कॉर्प्स के ऑस्प्रे (टिल्ट-रोटर) एयरक्राफ्ट सक्रिय देखे गए. फुटेज में कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर को एयरपोर्ट के पास उड़ान भरते हुए देखा गया, जबकि कई ऑस्प्रे एयरक्राफ्ट रनवे पर लैंड करते और उड़ान भरते नजर आए. अमेरिका ने हाल के महीनों में वेनेजुएला पर दबाव बढ़ाया है. इसमें संदिग्ध ड्रग तस्करी वाली नौकाओं पर हमले, संभावित सैन्य कार्रवाई की चेतावनियां शामिल है.
aajtak.in