'जीतूंगा तो अमेरिका में लगवाऊंगा इजरायल की तरह आयरन डोम...', ट्रंप का चुनावी वादा

डोनाल्ड ट्रंप ने मिल्वॉकी कन्वेंशन में कहा कि हम हमारे देश के लिए आयरन डोम तैयार करेंगे. एक ऐसा आयरन डोम जिसे पहले किसी ने नहीं देखा होगा. इस अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से देश के भीतर ही तैयार किया जाएगा.

Advertisement
डोनाल्ड ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 10:28 AM IST

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मिल्वॉकी में रिपब्लिकन पार्टी के कन्वेंशन में एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद उनकी सरकार देश की सुरक्षा के लिए आयरन डोम (Iron Dome) बनवाएगी. 

ट्रंप ने मिल्वॉकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि इजरायल के पास आयरन डोम है. उनके पास मजबूत मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. इजरायल पर 342 मिसाइलें दागी गई थीं लेकिन इनमें से सिर्फ एक मिसाइल ही थोड़ी बहुत निशाने पर लगी थी. अन्य देशों के पास इस तरह का सिस्टम क्यों नहीं होना चाहिए और हमारे पास ऐसा क्यों नहीं है?  हम हमारे देश के लिए ऐसा ही आयरन डोम बनाएंगे और ये सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी हमारे देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सके और हमारे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा सके.

Advertisement

उन्होंने कहा कि हम ऐसा आयरन डोम जिसे पहले किसी ने नहीं देखा होगा. इस अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से देश के भीतर ही तैयार किया जाएगा.

क्या है रिपब्लिकन पार्टी की डिफेंस पॉलिसी?

अमेरिका की सबसे बड़ी पार्टियों में शुमार रिपब्लिकन पार्टी ने कुछ महीने पहले अपनी डिफेंस पॉलिसी का खाका तैयार किया था. इसके तहत देश की सुरक्षा के लिए इजरायल के आयरन डोम की तर्ज पर मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैयार करने की बात कही गई है.
रिपब्लिकन पार्टी ने कहा था कि तीसरे विश्वयुद्ध को रोकने, यूरोप और मिडिल ईस्ट में शांति बहाली करने के लिए अमेरिका की सुरक्षा के लिहाज से आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैयार किया जाना है. 

क्या है आयरन डोम?

इजरायल ने 2011 में आयरन डोम को अपने देश में तैनात किया था. यह इजरायल का सबसे ज्यादा ताकतवर और क्लोज एंड वेपन सिस्टम है. यह एयर डिफेंस सिस्टम इजरायल के लोगों को हवाई हमलों से बचाता है. अगर आयरन डोम अपनी तरफ 100 रॉकेट आता देखता है, तो वह 90 को हवा में ही नष्ट कर देता है. 

Advertisement

कैसे काम करता है Iron Dome?

जैसे ही दुश्मन अपना रॉकेट दागता है. आयरन डोम में लगा राडार सिस्टम उसे पहचानता है. ट्रैक करता है. फिर कंट्रोल सिस्टम इम्पैक्ट प्वाइंट का पता करता है. यानी रॉकेट गिरा तो कितना नुकसान होगा. उसे हवा में मार गिराएं तो कितनी दूर फटेगा. ताकि नुकसान न हो. इसके बाद कंट्रोल सिस्टम से मिले कमांड पर लॉन्चर से मिसाइल दागी जाती है. जिसे इंटरसेप्टर कहते हैं. इजरायल के लोग उसे तामीर (Tamir) बुलाते हैं. मिसाइल दुश्मन रॉकेट पास जाकर फट जाती है, इससे वह भी ध्वस्त हो जाता है. 

पूरे अमेरिका का राष्ट्रपति बनूंगा

मिल्वॉकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि आज से चार महीने बाद हम बेहतरीन जीत हासिल करेंगे. मैं आधे अमेरिका का नहीं बल्कि पूरे अमेरिका का राष्ट्रपति बनने जा रहा हूं. इसलिए आज पूरे विश्वास और गर्व के साथ मैं अमेरिका के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को स्वीकार करता हूं.

उन्होंने कहा कि मैं विश्वास, ताकत और उम्मीद के संदेश के साथ आज आपके सामने खड़ा हूं. हम शानदार जीत हासिल करने जा रहे हैं और अगले चार साल बेहतरीन होने जा रहे हैं. हम मिलकर देश के हर धर्म, जाति, नस्ल, रंग और वर्ग की सुरक्षा, समृद्धि और आजादी के नए युग की शुरुआत करेंगे. हमारे समाज में विभाजन और असहमति के इन जख्मों को जल्द भरना होगा. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement