क्या ट्रंप अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को व्हाइट हाउस में करना चाहते हैं होस्ट?

अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते को लेकर एक बार फिर चर्चाएं तेज हैं. कहा जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर पाकिस्तान के साथ रिश्तों को नई दिशा देने जा रहे हैं. अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जल्द ही द्विपक्षीय बैठक के लिए अमेरिका आ रहे हैं और इस मुलाकात में वो खुद भी शामिल होंगी.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हो सकती है. (File Photo- Reuters) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हो सकती है. (File Photo- Reuters)

aajtak.in

  • वॉशिंगटन,
  • 23 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:17 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर पाकिस्तान के साथ रिश्तों को नई दिशा देने की कोशिश में हैं. अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने यह साफ किया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्विपक्षीय बैठक के लिए अमेरिका आने वाले हैं और इस बैठक में वो खुद भी हिस्सा लेंगी. इस बयान के साथ ही अटकलों का दौर तेज हो गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की व्हाइट हाउस में मेजबानी कर सकते हैं.

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ब्रूस ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, ऐसे बहुत कम सवाल होते हैं जो मुझे मुस्कुराने पर मजबूर करते हैं. हमारे पास बहुत सी अच्छी खबरें हैं... और हां, पाकिस्तान यहां द्विपक्षीय बैठक के लिए आ रहा है. मैं भी इसमें हिस्सा लूंगी और इसे लेकर उत्साहित हूं.

दरअसल, टैमी ब्रूस से पूछा गया था कि ट्रंप लगातार यह दावा कर रहे हैं कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध खत्म करवाने में भूमिका निभाई है. ब्रूस की इस टिप्पणी के बाद चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि क्या यह दौरा व्हाइट हाउस स्तर पर आयोजित होगा? और अगर ऐसा होता है तो यह अमेरिका-पाकिस्तान रिश्तों में एक बड़ा बदलाव माना जाएगा. खासकर तब, जब ट्रंप पहले कार्यकाल में भी पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की मेजबानी कर चुके हैं.

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यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में डिनर किया था. उस मुलाकात को लेकर अमेरिका या पाकिस्तान की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया, लेकिन डिनर से जुड़ी खबरें सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहीं.

ट्रंप पहले भी पाकिस्तान को 'अच्छा दोस्त' बता चुके हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह दौरा अमेरिका की दक्षिण एशिया नीति में संतुलन बनाने की कोशिश का हिस्सा हो सकता है. खासकर तब जब अमेरिका अफगानिस्तान, चीन और मिडिल ईस्ट से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है.

ट्रंप की रणनीति या चुनावी संदेश?

इस दौरे का एक और पहलू अमेरिकी घरेलू राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है. नवंबर 2024 में हुए चुनावों में ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. ऐसे में यह मुलाकात अमेरिका के मुस्लिम और साउथ एशियन समुदाय को यह एक राजनीतिक संदेश भी हो सकता है कि उनका प्रशासन क्षेत्रीय स्थिरता में दिलचस्पी रखता है.

पहले ऐसी चर्चाएं भी थीं कि राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तान की यात्रा की योजना बना रहे हैं. हालांकि, बाद में इन दावों को खारिज कर दिया गया. पाकिस्तान के दो प्रमुख टीवी चैनल जियो न्यूज और एआरवाई न्यूज ने पहले जो रिपोर्ट्स चलाई थीं, उनमें दावा किया गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति सितंबर में पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं. हालांकि, बाद में दोनों चैनलों ने ये रिपोर्ट्स वापस ले लीं. 

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किसी भी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा पाकिस्तान की अंतिम यात्रा को लगभग दो दशक हो चुके हैं. आखिरी बार 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे थे.

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