भारतीय सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का एक दल अमेरिका में है. इस दल का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं. वॉशिंगटन डीसी में भारतीय प्रतिनिधिमंडल और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच मुलाकात हुई. जिसमें आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की नीति को अमेरिका का समर्थन मिला है. यह जानकारी शशि थरूर ने दी है.
जेडी वेंस से क्या बातचीत हुई?
उपराष्ट्रपति जेडी वांस से शशि थरूर सहित भारतीय प्रतिनिधिमंडल की रणनीतिक साझेदारी पर गहन चर्चा हुई. थरूर ने इस मुलाकात को बेहद सकारात्मक बताया है.
शशि थरूर ने कहा कि भारत ने अमेरिका को साफ संदेश दिया है कि मध्यस्थता का सीधा मतलब दो पक्षों को समान रूप से देखना, जबकि आतंकवादियों और उनके पीड़ितों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती.
उन्होंने कहा, 'हमने उपराष्ट्रपति के सामने स्पष्ट किया कि एक तरफ आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश है, दूसरी ओर उससे पीड़ित देश है जो अपनी आत्मरक्षा कर रहा है. ऐसे में दोनों देशों को तराजू में तौलना सही नहीं है. उपराष्ट्रपति ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ संदेश को समझा है.
इस प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन है शामिल?
शशि थरूर (कांग्रेस), सरफराज अहमद (जेएमएम), गंती हरीश मधुर बालयोगी (टीडीपी), भुवनेश्वर कलिता (बीजेपी), शशांक मणि त्रिपाठी (बीजेपी) और तेजस्वी सूर्या (बीजेपी).
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भारत सरकार के संसदीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों की यात्रा कर पाकिस्तान को आतंकवाद पर बेनकाब कर रही है. साथ ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के द्वारा आतंक के खिलाफ अपनाई गई नीति के बारे में दुनिया को जानकारी दे रही है.
अमेरिका में बिलावल भुट्टो की 'इंटरनेशनल शेम'!
पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो अमेरिका में दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का पीड़ित है और भारत उनके अनुभवों से सीख सकता है.
इसके जवाब में भारतीय प्रतिनिधि शशि थरूर ने पाकिस्तान को उसकी धरती पर पनप रहे आतंकवाद की याद दिलाई और बिलावल द्वारा अपनी मां बेनज़ीर भुट्टो की हत्या में कथित रूप से शामिल आईएसआई का बचाव करने की विडंबना पर भी सवाल उठाए.
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