'रूस दोस्तों को मुश्किल वक्त में नहीं छोड़ता, US और हमारे बीच यही अंतर...', मॉस्को का तंज

रूस के राजदूत मिखाइल उल्यानोव ने कहा कि बशर अल असद और उनका परिवार मॉस्को में है. रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता. यह रूस और अमेरिका के बीच अंतर है. 

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बशर अल असद को रूस में मिली शरण बशर अल असद को रूस में मिली शरण

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:47 AM IST

सीरिया में तख्तापलट के बाद बशर अल असद देश छोड़कर फरार हो गए. रूस ने बशर अल असद और उनके परिवार को रूस में राजनीतिक शरण दी है. उन्हें मानवीय आधार पर शरण दी गई है. 

रूस के राजदूत मिखाइल उल्यानोव ने कहा कि असद और उनका परिवार मॉस्को में है. रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता. यह रूस और अमेरिका के बीच अंतर है. 

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बता दें कि सीरिया में पिछले 11 दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी, विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया, वो सड़कों पर गोलीबारी करके जीत का जश्न मना रहे हैं.

प्रेसिडेंशियल हाउस में लूटपाट

सीरियाई विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क में घुसने के बाद राष्ट्रपति बशल अल-असद को देश छोड़कर भागना पड़ा. इसके बाद विद्रोहियों और आम जनता ने प्रेसिडेंशियल हाउस में जमकर लूटपाट की. प्रेसिडेंशियल हाउस से लोगों को फर्नीचर और महंगी चीजों को ले जाते देखा गया. इस दौरान लोगों ने भवन से लुइ वितां सहित कई महंगे आइटम लूट लिए. कई ब्रांडेंड कारों को भी लोगों ने लूट लिया. 

मालूम हो कि सीरिया में 2011 में विद्रोह शुरू हुआ था, जब असद सरकार ने लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों को क्रूरता से कुचल दिया. यह संघर्ष धीरे-धीरे गृहयुद्ध में बदल गया, जिसमें असद सरकार के खिलाफ कई विद्रोही गुट खड़े हुए. आखिरकार, 13 साल के इस संघर्ष ने असद शासन को झुका दिया. विद्रोही गुटों ने दमिश्क पर कब्जा कर न केवल असद सरकार को उखाड़ फेंका, बल्कि सीरियाई जनता को एक नई शुरुआत का मौका दिया है.

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बता दें कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस साल 24 जुलाई को क्रेमलिन में बशर अल असद से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच मिडिल ईस्ट की स्थिति पर चर्चा हुई थी.

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