'भारत के खिलाफ हमें अल्लाह की मदद मिली...', आसिम मुनीर ने मुल्क को फिर बरगलाया',

पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर को याद करते हुए फिर से एक पैंतरा दिखाया है. उन्होंने कहा है कि भारत से जंग के दौरान पाकिस्तान को अल्लाह की मदद आई और हमने इसे महसूस किया.

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आसिम मुनीर ने कहा कि भारत से जंग के दौरान हमने अल्लाह की मदद आते हुए देखी. (Photo: ITG) आसिम मुनीर ने कहा कि भारत से जंग के दौरान हमने अल्लाह की मदद आते हुए देखी. (Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:28 AM IST

'मेरा खुदा गवाह है कि बुनियान उल मर्सूस में अल्लाह की मदद आई... और हमने अल्लाह की मदद आते हुए देखी.' बोलते-बोलते पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर जोश से भर जाते हैं. फिर वो अरबी में कुछ लाइनें पढ़ते हैं और कहते हैं कि हमने महसूस किया है कि अल्लाह से मदद आई. 

ऑपरेशन सिंदूर के आठ महीने गुजर गए हैं. लेकिन इस जंग की करारी चोट पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर अबतक नहीं भूल पाए हैं.  एक तकरीर के दौरान उन्होंने कहा कि जब भारत से पाकिस्तान की टक्कर हुई तो अल्लाह से पाकिस्तान की मदद की.

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पाकिस्तान के नए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज आसिम मुनीर ने एक मीटिंग में बुनियान उल मर्सूस का जिक्र किया. 7 मई 2025 को भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए पाकिस्तान पर हमला किया और आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. भारत ने पाकिस्तान के 9 से 10 एयरबेस ध्वस्त कर डाले. 

पाकिस्तान का दावा है उसके इस दौरान भारत के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन लॉन्च किया. पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन का नाम अरबी शब्द बुनियान उल मर्सूस रखा. 

इस हमले के बाद आसिम मुनीर ने पाकिस्तान में झूठे प्रोपगैंडा का जाल रचा शहबाज सरकार से अपना प्रमोशन करवाकर पहले फील्ड मार्शल बने और अब चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) बन गए हैं. 

एक कार्यक्रम के दौरान आसिम मुनीर ने बुनियान उल मर्सूस को लेकर जितना मन था उतना झूठ बोला.

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आसिम मुनीर ने कहा, "मेरा खुदा गवाह है कि बुनियान उल मर्सूस में अल्लाह की मदद आई... और हमने अल्लाह की मदद आते हुए देखी, महसूस की... हमनें महसूस किया. तो जो कहा हुआ है इसमें वो 100 फीसद हकीकत है... हमने अपने तौर तरीकों को बदलना है, बस और बुनियान उल मर्सूस के अंदर ये हुआ है."

आसिम मुनीर ने कहा कि दुनिया में 57  इस्लामिक देश हैं, लेकिन उनमें अल्लाह ने हमें मक्का-मदीना का प्रोटेक्टर होने का गौरव दिया. 

उन्होंने अपनी बात दोहराई कि अफगान तालिबान को पाकिस्तान और TTP में से किसी एक को चुनना चाहिए. मुनीर ने अफगान तालिबान सरकार से पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) में से किसी एक को चुनने के लिए कहा और कहा कि सीमा पार से होने वाले आतंकवाद में ज़्यादातर अफगान नागरिक शामिल हैं.

उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में आने वाले TTP के ग्रुप में 70 प्रतिशत अफगान हैं." "क्या अफगानिस्तान हमारे पाकिस्तानी बच्चों का खून नहीं बहा रहा है?"

CDF ने आगे कहा कि इस्लामिक राज्य में राज्य के अलावा कोई और जिहाद का आदेश नहीं दे सकता. हाल में इस्लामाबाद में नेशनल उलेमा कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आसिम मुनीर ने कहा कि अधिकार प्राप्त लोगों के आदेश, अनुमति और इच्छा के बिना कोई भी जिहाद के लिए फतवा जारी नहीं कर सकता."

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आसिम मुनीर का भाषण इस्लामिक संदर्भों से भरा हुआ था और उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कुरान की कई आयतों का भी हवाला दिया. 
 
इस्लामाबाद में नेशनल उलेमा कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुनीर ने पाकिस्तान की तुलना सऊदी अरब से की. हालांकि 10 दिसंबर को दिए गए भाषण की आधिकारिक जानकारी सीमित थी, लेकिन उनके भाषण के कुछ चुने हुए क्लिप रविवार को स्थानीय टेलीविजन पर प्रसारित किए गए. 

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