क्रेमलिन पर ड्रोन हमले के बाद रूस और यूक्रेन में तनाव और अधिक बढ़ता जा रहा है. रूस के पूर्व राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने कहा कि उनके पास जेलेंस्की को खत्म करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. कीव पर लिए एक्शन पर मेदवेदेव ने कहा,'आज के आतंकवादी हमले के बाद, ज़ेलेंस्की और उनेके गुट का खात्मा करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. जेलेंस्की को बिना शर्त आत्मसमर्पण के एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने की भी आवश्यकता नहीं है.'
रूस ने यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या के प्रयास में कीव ने क्रेमलिन पर दो ड्रोन से हमले किए गए. रूस ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया है. वहीं हमले के बाद रूसी संसद ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के आवास पर जवाबी मिसाइल हमले का आह्वान किया है. क्रीमिया क्षेत्र से स्टेट ड्यूमा के डिप्टी मिखाइल शेरेमेट ने कीव में वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के निवास पर मिसाइल हमले करने का आग्रह किया है.
रूस ने क्रेमलिन पर ड्रोन हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. रूसी राष्ट्रपति के दफ्तर द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, 'रूस को जब भी और जहां भी हमले का मौका मिलेगा, वह हिसाब बराबर करेगा.' रूस का कहना है कि यह आतंकवाद की सुनियोजित साजिश थी, जिसका मकसद पुतिन की जान लेना था.
क्रेमलिन ने ड्रोन हमले को आतंकवादी हमला करार देते हुए कहा, 'यह पूरी तरह से एक आतंकवादी कृत्य है जिसका उद्देश्य रूसी राष्ट्रपति की हत्या करने का प्रयास था.यह विजय दिवस और 9 मई की परेड से ठीक पहले हुआ जिसमें विदेशी मेहमान शामिल होंगे. पुतिन पर ड्रोन से हमले की कोशिश हुई. लेकिन पुतिन को इसमें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. हमें जवाबी कार्रवाई का अधिकार है. ड्रोन हमले के बावजूद नौ मई को होने वाली विक्ट्री डे परेड तय समय पर होगी.'
पुतिन की हत्या की साजिश रचने के रूस के आरोपों पर यूक्रेन का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. यूक्रेन ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. जेलेंस्की के प्रेस सचिव ने कहा है कि हमें क्रेमलिन पर रात में किए गए इन तथाकथित हमलों की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बार-बार कहा है कि यूक्रेन अपने क्षेत्र की रक्षा करने के लिए तत्पर रहता है और दूसरों पर हमला नहीं करता है.
रूस के ड्रोन अटैक के हमले पर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि मैंने हमला नहीं करवाया, हमारे पास मास्को तक पहुंचाने वाले हथियार नहीं है.रूस के आरोपों को खारिज करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि अब जिस तरह से पुतिन ने बदला लेने के संकेत दिए हैं, उसे लेकर अब यूक्रेन को पूरी तरह सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि एक वर्ष से अधिक समय से युद्ध की विभीषिका झेल रहा यूक्रेन बर्बाद हो चुका है.
रूस पर ड्रोन हमले के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि इस तरह के ड्रोन हमले के आरोप पर उन्हें अत्यधिक संदेह है.वाशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान ब्लिंकेन ने कहा, 'मैंने रिपोर्ट देखी है. मैं उन पर यकीन नहीं कर सकता हूं, हम वाकई में कुछ नहीं जानते हैं. मैं क्रेमलिन से निकलने वाली किसी भी खबर पर एकदम यकीं नहीं कर सकता हूं.'
रूस की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जगह क्रेमलिन पर हुए ड्रोन हमले को लेकर सवाल लगातार बने हुए हैं. सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि यह रूस की सबसे सुरक्षित इमारत मानी जाती है, और उस पर ड्रोन से हमला होना कई संदेह पैदा करता है. पश्चिमी देश, जो यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं, उन्होंने पहले ही आशंका जताई थी कि रूस फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन के जरिए यूक्रेन को निशाना बना सकता है. फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन एक ऐसी सैन्य कार्रवाई होती है जहां एक देश खुद ही अपने लोगों, या देश के प्रतिष्ठित संस्थानों पर हमला करता है और दुनिया के सामने ये बताता कि दुश्मन देश ने यह हमला किया है, ताकि उसे अपने सैन्य एक्शन के लिए बहाना मिल सके.
अब रूस ने जिस तरह इस हमले को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ दिया है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में यह लड़ाई निर्णायक मोड़ पर भी जा सकती है. इसकी एक झलक आज उस समय देखने को मिली जब रूस ने कीव सहित यूक्रेन के कई शहरों पर हमले कर दिए जिसमें 21 लोग मारे गए हैं. अब ड्रोन हमले के बाद रूस के पास बहाना हो गया है कि यूक्रेन ने पहले शुरूआत की है. रूस ने पहले से ही यूक्रेन की तीनों दिशाओं में परमाणु मिसाइलें तैनात कर रखी है और काला सागर में उसकी वो पनडुब्बियां गश्त कर रही हैं जो परमाणु मिसाइलों से लैस हैं. ऐसे में अब यह कहा जा रहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध जो 14 महीने से चल रहा है, वह इस ड्रोन अटैक के बाद निर्णायक मोड़ ले सकता है और रूस, यूक्रेन को लेकर कभी भी खौफनाक कदम उठा सकता है.
क्रेमलिन मीडिया के मुताबिक, इस हमले के बाद पुतिन नोवो-ओगारेवो में अपने आवास में बने बंकर से ही काम करेंगे. रूस, यूक्रेन के ड्रोन हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है. इस ड्रोन हमले के बावजूद नौ मई को रूस में होने वाली परेड स्थगित नहीं होगी. वहीं, मॉस्को के मेयर ने ड्रोन की उड़ान पर बैन लगा दिया है.
क्रेमलिन पर यह हमला ऐसे समय पर किया गया है, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की फिनलैंड के दौरे पर हैं. जेलेंस्की ने फिनलैंड में कहा कि यह साल हमारी जीत के लिए निर्णायक होगा. रूसी आक्रमण से बचाव ही हमारी बातचीत का मुद्दा है. जेलेंस्की ने सहयोगी देश से जल्द और विमान मिलने की उम्मीद जताई है.
इस जंग ने यूक्रेन को पूरी तरह तबाह कर दिया है. कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स का अनुमान है कि 24 फरवरी 2022 से दिसंबर 2022 तक रूसी हमलों में यूक्रेन का 138 अरब डॉलर का इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गया है. भारतीय करंसी में ये रकम 11 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा बैठती है.कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के मुताबिक, दिसंबर 2022 तक रूसी हमलों में 1,49,300 रिहायशी इमारतें या तो पूरी तरह तबाह हो चुकीं हैं या फिर डैमेज हो गईं हैं. तीन हजार से ज्यादा शैक्षणिक संस्थान तबाह हो गए हैं. लगभग डेढ़ हजार कल्चर, स्पोर्ट्स और रिलीजियस संस्थानों को नुकसान पहुंचा है. 11 सौ से ज्यादा अस्पताल बर्बाद हो चुके हैं.
दो देशों की इस जंग की वजह से दुनिया पर गहरा असर पड़ा है. वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. आईएमएफ ने पिछले साल 2023 में ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ 3.2 फीसदी होने का अनुमान लगाया था, जिसे अब घटाकर 2.9 फीसदी कर दिया गया है. 2024 में 3.4 फीसदी होने का अनुमान है.
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