'हम संयम बरतेंगे... तनाव और नहीं बढ़ना चाहिए', ऑपरेशन सिंदूर के बाद नरम पड़े पाकिस्तान के तेवर

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने कम से कम 26 अलग-अलग देशों के प्रमुखों से बात की है. उन सभी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों को मौजूदा तनाव को और आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए. हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि हम पूर्ण संयम बरतेंगे.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार. (PTI Photo) पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार. (PTI Photo)

नलिनी शर्मा

  • इस्लामाबाद,
  • 07 मई 2025,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने सीमा पार आतंकी शिविरों पर भारत के एयरस्ट्राइक के बाद मामले को आगे नहीं बढ़ाने और तनाव कम करने की इच्छा का संकेत दिया है. डार ने कहा, 'मैंने कम से कम 26 अलग-अलग देशों के प्रमुखों से बात की है. उन सभी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों को मौजूदा तनाव को और आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए. हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि हम पूर्ण संयम बरतेंगे. हमने कल रात भारत के हमले का प्रभावी ढंग से जवाब दिया है. अगर उसकी ओर से कोई और आक्रामक कदम उठाया जाता है, तो हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.'

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इशाक डार ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित करने के फैसले पर कहा, 'दुनिया का कोई भी देश अपने हिस्से का एक बूंद पानी छोड़ना नहीं चाहेगा. हर कोई कह रहा है कि हमें बैठकर इस बारे में बात करनी चाहिए, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो पा रही है. हमले के बाद से ही भारत अपने मीडिया के जरिए हाइप बनाने की कोशिश कर रहा है. पुलवामा के बाद भी उन्होंने यही किया था. पहलगाम से नियंत्रण रेखा 230 किलोमीटर दूर है. वे कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में उनके 7 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. फिर वे पाकिस्तान पर इस हमले का आरोप कैसे लगा सकते हैं? क्या यह संभव है?'

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पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, 'पुलवामा के दौरान भारत ने दुनिया को अपना नैरेटिव समझाने में सफलता पाई थी. उसी के कारण भारत अनुच्छेद 370 को हटाने में सफल हुआ था. लेकिन इस बार हम ऐसा नहीं होने देंगे. मैंने आज सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक में भाग लिया. हम सभी कूटनीतिक मोर्चों पर देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं. मैंने स्पेन के विदेश मंत्री से बात की है. इटली के गृह मंत्री से भी बात हुई है. अन्य बैठकें भी निर्धारित हैं. हम पाकिस्तान में मौजूद सभी विदेशी उच्चायुक्तों से मिलेंगे और उन्हें स्थिति के बारे में जानकारी देंगे.'

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इधर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ब्लूमबर्ग टीवी से बातचीत में कहा, 'इसकी पहल भारत ने की है. अगर भारत पीछे हटने को तैयार है, तो उन्होंने पहल की है, हमने सिर्फ जवाब दिया है. हम पिछले 15 दिनों से लगातार कह रहे हैं कि हम भारत के खिलाफ कभी भी कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे. लेकिन अगर हम पर हमला होता है, तो हम जवाब देंगे. अगर भारत पीछे हटता है, तो हम निश्चित रूप से बात को यहीं खत्म कर देंगे.' 

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ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकवादी शिविरों पर हमला किया. सूत्रों ने बताया कि आतंकी समूहों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमलों में 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए. भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया और भारतीय सेना की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का एक सुनियोजित जवाब था, जिसमें लश्कर के आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों को गोली मारकर हत्या कर दी थी.

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हालांकि, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने हमलों की निंदा करते हुए इसे युद्ध की अकारण और जबरदस्ती की गई कार्रवाई बताया, जबकि उसकी सेना ने कहा कि वह इस उकसावे का जवाब अपनी पसंद के समय और स्थान पर देगी. पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर भारत के टारगेटेड एयरस्ट्राइक का जवाब देने की पाकिस्तान सेना द्वारा धमकी दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद भारत ने कहा कि उसका तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन यदि पाकिस्तान ऐसा करने का फैसला करता है तो वह दृढ़ता से जवाब देने के लिए तैयार है. यह बयान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दिया, जब उन्होंने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की कार्रवाई के बारे में कई देशों को जानकारी दी. x

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