उत्तरप्रदेश में कथावाचकों को लेकर एक नई राजनीतिक बहस शुरू हो गई है. इस सियासत की शुरुआत इटावा में हुई एक घटना से हुई, जहाँ एक कथावाचक के बाल काट दिए गए और उनका अपमान किया गया। अब यह विवाद धीरेंद्र शास्त्री तक पहुँच गया है.