छांगुर गिरोह के सदस्य रशीद शाह को ATS ने किया अरेस्ट... धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग केस में क्या बताया

एटीएस लखनऊ ने छांगुर गिरोह के सक्रिय सदस्य रशीद शाह को गिरफ्तार किया है. उससे जब पूछताछ की गई तो पता चला कि प्रदेश और प्रदेश के बाहर कई लोग धर्मांतरण का रैकेट चला रहे हैं, जिन्हें छांगुर बाबा फंडिंग कर रहा था. रशीद शाह बलरामपुर के उतरौल क्षेत्र के मधपुर गांव का रहने वाला है. वह हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर अवैध धर्मांतरण कराने वाले नेटवर्क में शामिल था.

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छांगुर गिरोह के सदस्य रशीद शाह को ATS ने किया गिरफ्तार. (File Photo:ITG) छांगुर गिरोह के सदस्य रशीद शाह को ATS ने किया गिरफ्तार. (File Photo:ITG)

आशीष श्रीवास्तव

  • बलरामपुर,
  • 18 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 2:03 PM IST

यूपी के बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण मामले में एटीएस (ATS) ने छांगुर गिरोह के एक अहम सदस्य रशीद शाह को अरेस्ट किया है. रशीद शाह बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र के मधपुर गांव का रहने वाला है. वह हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले नेटवर्क का हिस्सा था. रशीद की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन ने नेतृत्व में यह पूरा नेटवर्क संचालित हो रहा था.

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रशीद को 10 हजार रुपये का कमीशन धर्मांतरण करवाने पर मिलता था, जोकि यह वह अपनी टीम से करवाता था. इस पर भी कमीशन फिक्स था. टीम को अलग से फंड दिया जाता था. रशीद पहले भी मई 2023 में आजमगढ़ में अवैध मतांतरण के आरोप में पकड़ा गया था. उस समय उसे 17 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था.

रशीद, छांगुर बाबा के इशारे पर काम करता था. हाल ही में वह जमानत पर छूटकर फिर से धर्मांतरण गतिविधियों में सक्रिय हो गया था. एटीएस ने पहले ही छांगुर, उसके बेटे महबूब, नवीन उर्फ जमालुद्दीन और उसकी पत्नी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर लिया था. पूछताछ में रशीद ने गिरोह की कई गतिविधियों के बारे में अहम जानकारियां दी हैं. पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है.

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यह भी पढ़ें: 18 टीमें, 14 ठिकाने और 100 करोड़ की संपत्तियां... छांगुर बाबा के ठिकानों पर जांच में ईडी को क्या-क्या मिला?

पूछताछ में रशीद शाह ने कबूल किया है कि उसकी टीम का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के कई जिलों के अलावा अन्य राज्यों तक फैला था. मई 2023 में भी रशीद शाह आजमगढ़ में 17 अन्य लोगों के साथ अवैध धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर वही काम शुरू कर दिया था.

छांगुर के इशारे पर करता था काम

रशीद शाह गिरोह के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा के इशारे पर काम करता था. एटीएस ने पहले ही छांगुर, उसके बेटे महबूब, नवीन उर्फ जमालुद्दीन और उसकी पत्नी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के दौरान रशीद शाह ने गिरोह के नेटवर्क, फंडिंग और ऑपरेशन से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की हैं. अब पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है.

लक्जरी लाइफस्टाइल की हकीकत भी उजागर

विदेश से मिले फंड का इस्तेमाल छांगुर बाबा और उसके गिरोह ने लक्जरी लाइफस्टाइल के लिए किया. छांगुर बाबा ने शोरूम, आलीशान बंगला, फॉर्च्यूनर, क्रेटा जैसी महंगी गाड़ियों का जखीरा खड़ा कर रखा था. इन सबका खर्च विदेशी फंडिंग से चल रहा था, जो कथित रूप से दुबई, यूएई और नेपाल से हो रही थी. रशीद शाह की गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने पूरे नेटवर्क पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी है.

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