'कहीं कोई घटना होती है, तो लोग कहते हैं योगी मॉडल...', क्या बोले पूर्व डीजीपी

उत्तर प्रदेश के तीन पूर्व पुलिस महानिदेशकों ने सुरक्षा के योगी मॉडल की तारीफ की और पुलिस की औसत आयु में आई कमी का भी उल्लेख किया. तीनों ने यूपी पुलिस में महिलाओं की भूमिका को सराहा.

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यूपी के तीन पूर्व डीजीपी ने पुलिस में महिलाओं की भूमिका को सराहा (Photo: ITG) यूपी के तीन पूर्व डीजीपी ने पुलिस में महिलाओं की भूमिका को सराहा (Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:07 PM IST

आजतक की ओर से लखनऊ में आयोजित विकसित उत्तर प्रदेश समिट में यूपी के तीन पूर्व पुलिस महानिदेशक पहुंचे. मंगलवार को इस आयोजन के 'सुरक्षा का योगी मॉडल' सेशन में यूपी के पूर्व डीजीपी डॉक्टर विक्रम सिंह, पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार और पूर्व डीजीपी डॉक्टर अरविंद कुमार जैन ने सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि अपराधी खौफ नहीं खा रहे, अपराधी भयाक्रांत हैं और ऐसा समय हमने पूरे करियर में नहीं देखा.

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उन्होंने कहा कि प्रशांत कुमार यमराज की तरह आए और काल की तरह काम किया, सीधे बाईपास सर्जरी कर दी. 80 हजार लोगों को गिरफ्तार कराया, जिनमें बहुत से इनामिया अपराधी थे. विक्रम सिंह ने कहा कि किसी ने मौका दिया सेवा का, तो आपने उसको निराश नहीं किया. उन्होंने कहा कि मजबूरी और हताशा क्या होती है, मैं ये आजतक नहीं जानता हूं. हमने माफियाओं की माकूल व्यवस्था की. प्रशांत और उनकी पुलिस ने अंडरवाटर ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया, जो भविष्य में अमेरिका के लिए भी शायद अनुकरणीय होगा.

विक्रम सिंह ने कहा कि एक कांस्टेबल डीजीपी को समझा रहा है, ये परिवर्तन पुलिस में आया है. हमने 10 टाटा सूमो ली थी और ये पर्याय हो गया था यमदूत का. योगी जी ने सदन में कहा कि हम मिट्टी में मिला देंगे. यह पर्याय हो गया और पुलिस खून की प्यासी हो गई. उन्होंने कहा कि आज की पुलिस टेक्नोलॉजी ड्रिवेन है. ये फर्क आया है. विक्रम सिंह ने कहा कि विश्वसनीयता बनाने में दशकों लग जाते हैं और एक छोटी सी चूक से वह पूरा का पूरा ध्वस्त हो जाता है.

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उन्होंने कहा कि पुलिस पब्लिक की दोस्त है और यही संदेश जाना चाहिए. एसटीएफ में कोई किसी को थप्पड़ तक नहीं मारता है, लेकिन उसका इंटरोगेशन सक्सेस रेट सबसे ज्यादा है. पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन ने कहा कि अगर आपको टॉप लेवल से मैसेजिंग हो कि कोई पॉलिटिकल हस्तक्षेप नहीं होगा. फ्री हैंड की फीलिंग हो, तो मनोबल बढ़ता है. उन्होंने कहा कि ऐसा हो तो परिवर्तन आने लगता है.

पुलिस में महिलाओं के आने से बदली है सोच- अरविंद जैन

पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन ने कहा कि मैं सपा की सरकार में था. सीएम (योगी आदित्यनाथ) हर एक त्योहार से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके मेरिट पर एक्शन की बात कहते हैं. उन्होंने यूपी के क्राइम कंट्रोल में एसटीएफ की भूमिका अहम बताई और कहा कि एटीएस को और मजबूत किया गया. इन सबके नतीजे आने वाले समय में और दिखेंगे. अरविंद जैन ने कहा कि एक्शन मस्जिदों पर हुआ है, तो मंदिर और गुरुद्वारे पर भी हुआ है. इसका अच्छा मैसेज गया है.

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उन्होंने यूपी पुलिस में महिलाओं की भर्ती को लेकर सवाल पर कहा कि उनके आने से सोच बदली है. जो महिलाएं, बच्चियां थाने में आती हैं, उनसे डील करना, न्याय कराने की कोशिश करना, बहुत बदलाव हुआ है. अरविंद जैन ने कहा कि क्रिमिनल से शराफत से पेश आएं तो नहीं होगा. हमें ये देखना है कि भले आदमी से दुर्व्यवहार न हो जाए और क्रिमिनल से सख्ती से पेश आएं. उन्होंने कहा कि एक पढ़ा कि दो महिलाएं थी और एक क्रिमिनल को कंधे पर हाथ रखकर ला रही हैं. ये पॉजिटिव बदलाव है.

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पूर्व डीजीपी जैन ने कहा कि महिलाओं की और भर्तियां होनी चाहिए. बहुत से बच्चे एमकॉम, बीकॉम, बीटेक बच्चे आ रहे हैं. पढ़े लिखे लोग हैं, बहुत बदलाव आ रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस में जितना प्रॉम्प्ट एक्शन होता है, मैंने किसी और विभाग में नहीं देखा. सारी व्यवस्थाएं इस समय बहुत अच्छी चल रही हैं. पूर्व डीजीपी ने कहा कि दिशा पाटनी वाले केस में ही एनकाउंटर हुआ, एक संदेश चला गया आसपास के राज्यों को भी. एसटीएफ की फंक्शनिंग कमाल की है. फोर्स का सही दिशा में इस्तेमाल हो रहा है.

आज पुलिस की एवरेज एज 30 साल- प्रशांत कुमार

प्रशांत कुमार ने कहा कि आज हमारी पुलिस की एवरेज एज 30 के करीब है. इससे भी बहुत फर्क पड़ता है. एक मजबूत कानून व्यवस्था और अच्छा इकोसिस्टम किस तरह से ग्रोथ को रफ्तार देता है, यह चीजें दर्शाती हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी आप देखिएगा, कहीं कोई घटना होती है तो लोग कहते हैं योगी मॉडल है. कुछ लोग आलोचना करते हैं. लोगों की स्वीकृति है. प्रशांत कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि महिला बटालियन पीएसी की घोषणा हो गई है. महिलाएं कार्य दक्षता में पुरुषों से कम नहीं है.

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उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी गया था. रात के दो बजे महिला सिपाही खड़े होकर पहरा दे रही थी और मुझे सिखाए गए तरीके से चेतावनी दी. यह अपने आप में बदलाव दर्शाता है. प्रशांत कुमार ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के साथ अपराध में कन्विक्शन दर के लिहाज से यूपी देश में शीर्ष पर है. बिहैवियर की बात है तो दो उदाहरण देंगे. उन्होंने कहा कोविड जैसी महामारी में एक भी जगह दुर्व्यवहार नहीं देखा होगा. हजारों उदाहरण मिल जाएंगे, जब पुलिस ने अपनी ड्यूटी से हटकर लोगों की मदद की. पुलिस वाले भी इसके शिकार हुए, लेकिन उन्होंने ड्यूटी को अपने से आगे रखा.

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