फिर मुश्किल में 'बाहुबली ब्रदर्स', पूर्व प्रधान के भाई की हत्या में आया नाम, सुल्तानपुर के सोनू-मोनू पर FIR दर्ज

Sultanpur News: सुल्तानपुर जिले के बाहुबली नेता चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू और उनके भाई यशभद्र सिंह उर्फ मोनू की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं. अब सोनू सिंह और मोनू सिंह पर हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है.

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सुल्तानपुर: सोनू सिंह और मोनू सिंह सुल्तानपुर: सोनू सिंह और मोनू सिंह

aajtak.in

  • सुल्तानपुर ,
  • 01 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 10:41 AM IST

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सपा में शामिल होने वाले सुल्तानपुर जिले के बाहुबली नेता चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू और उनके भाई यशभद्र सिंह उर्फ मोनू की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं. अब सोनू सिंह और मोनू सिंह पर हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है. बीते दिनों ही एक मामले में सोनू जेल से छूटे हैं. लेकिन जेल से बाहर आते ही हत्या के मामले में उनका और उनके भाई का नाम आ गया है. आरोप है कि पूर्व प्रधान के भाई की सड़क दुर्घटना करवाकर सोनू-मोनू ने हत्या करवाई है. हालांकि,'बाहुबली ब्रदर्स' ने पूर्व प्रधान के आरोपों से इनकार किया है और इसे विपक्षी खेमे की साजिश बताया है.

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मृतक के परिजनों ने सोनू-मोनू सहित उनके अन्य सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रदर्शन किया था. एफआईआर ना होने तक अंतिम संस्कार से मना कर दिया था और शव को घर के बाहर रखकर विरोध किया था. जिसके चलते पुलिस-प्रशासन में खलबली मच गई थी. बाद में पुलिस ने 'बाहुबली ब्रदर्स' के खिलाफ मामला दर्ज किया. 

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वहीं, इस मामले में पूर्व विधायक सोनू सिंह ने अपने विरोधी भाजपा के विधायक विनोद सिंह पर राजनिति के तहत षड्यंत्र कर उन्हें और उनके भाई मोनू सिंह को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस मामले में अपनी संलिप्तता को सिरे से खारिज कर दिया . 

बहरहाल काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने पूर्व विधायक सोनू सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोनू सिंह सहित उनके समर्थकों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. उधर, सोशल मीडिया पर दुर्घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसे इसी मामले से जोड़कर बताया जा रहा है. हालांकि, पुलिस ने इसपर कुछ नहीं कहा है. 

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जानिए पूरा मामला

दरअसल, ये पूरा मामला धनपतगंज थाना क्षेत्र के मायंग गांव का है. इसी गांव के पूर्व प्रधान राम देव निषाद के बड़े भाई जगदेव निषाद दो दिनों पूर्व अपने मित्र विनय यादव के साथ शहर से वापस घर लौट रहे थे. तभी रास्ते में गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के महिलो आशापुर गांव के पास इनकी बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिसके कारण दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को अस्पताल लाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया.  

मौत के बाद गांव में मौजूद पुलिस

बीते शनिवार को इलाज के दौरान पूर्व प्रधान के भाई जगदेव की मौत हो गई. जबकि, उसके साथी विनय की हालत गंभीर बनी हुई है. पोस्टमार्टम के बाद कल शाम को जगदेव का शव जब घर पहुंचा तो पूर्व प्रधान रामदेव ने अपने भाई जगदेव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. रामदेव का आरोप है कि उनके भाई जगदेव के साथ हुई इस सड़क दुर्घटना में इसौली विधानसभा के पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू, उनके भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू, साथी सूर्य प्रकाश सिंह, सत्येंद्र सिंह मंजीत सिंह का हाथ है.  

रामदेव ने आरोप लगाया कि पहले वे पूर्व विधायक के यहां ही रहते थे. प्रधान बनने के बाद ये सभी उसे प्रधानी करने नहीं दे रहे थे और पैसों का गबन कर ले रहे थे. प्रधान ने विरोध किया तो उससे मारपीट की गई और उसे जान से मारने की धमकी दी गई. इतना ही नहीं पूर्व विधायक और उनके करीबियों ने रामदेव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला दिया. जिसके बाद भी इन लोगों ने धमकाया था और इसके बाद भाई के साथ ये दुर्घटना हो गई. 

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फिलहाल, पुलिस ने गोसाईगंज थाने में पूर्व विधायक सोनू, उनके मोनू और उनके साथियों के खिलाफ 302, 307 और 120B धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच कर रही है.

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(सुल्तानपुर से नितिन श्रीवास्तव की रिपोर्ट)

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