उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में मौसम ने एक मुस्लिम जोड़े की शादी में ऐसी खलल डाली कि दूल्हा-दुल्हन के अरमानों पर पानी फिर गया. ठीक शादी से पहले आया आंधी-तूफान पंडाल ही उड़ा ले गया. कुर्सियां इधर-उधर भागने लगीं. इतना ही नहीं खुद दूल्हे राजा का सेहरा तक उड़ गया. वह मंडप से दूर जाकर खड़ा हुआ. तूफान ने कुछ ही मिनटों में सबकुछ तहस-नहस कर दिया.
पहले तो लगा कि अब शादी नहीं हो पाएगी, लेकिन गनीमत रही कि घंटे भर बाद हालात सामान्य हो गए और शादी संपन्न हो गई. जल्दबाजी में काजी साहब को बुलाया गया और फिर दूल्हा-दुल्हन के कुबूलनामे के बाद फटाफट शादी संपन्न कराई गई. हालांकि, समारोह में वो रौनक नहीं रही क्योंकि मौसम की मार से सारी सजावट बिगड़ गई थी.
आपको बता दें कि बस्ती के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के भाटपार गांव से मुस्लिम बिरादरी के एक दूल्हे राजा गाजे बाजे के साथ ननकुपुर गांव निकाह करने निकले थे. लेकिन जब वह बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचे तो तो धीरे-धीरे मौसम खराब होने लगा. जिस वक्त दुल्हन को कुबूलनामा के लिए स्टेज पर आना था ठीक उसके पहले भयंकर तूफान आ गया.
फिर क्या था शादी के पंडाल में अफरातफरी मच गई. तूफान इतना भीषण था कि देखते ही देखते शामियाना उड़ गया. वहां रखी कुर्सियां भी उड़ गईं. इतना ही नहीं दूल्हे राजा का सेहरा तक उड़ गया. सबसे ज्यादा मुसीबत में तो बराती थे जिनकी जान पर बन आई थी लेकिन बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तनकर तूफान के सामने खड़े रहे. बारातियों ने टेंट के खम्भों को तब तक पकड़े रखा कि जब तक कि तूफान गुजर नहीं गया.
मतलब जिन बारातियों को दावत में लजीज पकवानों का लुफ्त उठाना था, उन्हें तूफान के चलते खम्भों को पकड़कर खड़ा होना पड़ा, ताकि शादी को सकुशल संपन्न कराया जा सके. आखिर में उनकी ये मेहनत रंग भी लाई और देर से ही सही शादी को सफलतापूर्वक संपन्न करा लिया गया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां कुछ लोग इसपर चुटकी ले रहे हैं तो वहीं कुछ लोग बारातियों की हिम्मत की दाद दे रहे हैं.
संतोष सिंह