सिद्धार्थनगर का किसान बना खरबपति! खाते में आ गए इतने रुपये कि फटी रह गईं आंखें, बैंक ने अकाउंट किया फ्रीज

विनय पांडे नाम के किसान के सेविंग अकाउंट में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम आ गई. 37 डिजिट में आई इस भारी-भरकम रकम को देखने के बाद किसान के होश उड़ गए.

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किसान विनय पांडे के खाते में आए अरबों रुपये (Photo- ITG) किसान विनय पांडे के खाते में आए अरबों रुपये (Photo- ITG)

अनिल तिवारी (सिद्धार्थनगर)

  • सिद्धार्थनगर ,
  • 07 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 11:21 AM IST

यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जहां विनय पांडे नाम के किसान के सेविंग अकाउंट में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम आ गई. 37 डिजिट में आई इस भारी-भरकम रकम को देखने के बाद किसान के होश उड़ गए. फिलहाल, जानकारी मिलते ही बैंक ने उसके खाते को फ्रीज कर दिया है. जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है. 

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आपको बता दें कि विनय पांडे सिद्धार्थनगर के तेतरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं. वह पहले सोनीपत में एक कंपनी में काम करते थे. वहीं पर उन्होंने एक प्राइवेट बैंक में अपना खाता खुलवाया था. लेकिन कुछ महीने पहले वह नौकरी छोड़कर वापस गांव आ गए और खेती किसानी करने लगे. बीते दिनों उनके बैंक खाते में अचानक से अरबों रुपये की धनराशि आ गई, जिसे देखकर वो हैरत में पड़ गए.   

बकौल विनय पांडे- चार दिन पहले मेरे बचत खाते में 10 लाख करोड़ से ज्यादा रुपये आ गए. जब तक खाता फ्रीज नहीं हुआ तब तक यह बैंलेंस दिख रहा था. बैंक के मोबाइल ऐप पर 10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,09,82,024 यानी कि कुल 37 अंकों का बैंक बैलेंस दिखने पर दंग रह गया, क्योंकि किसी आम खाताधारक के अकाउंट में इतने रुपये आना कल्पना से परे है.   

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विनय के मुताबिक, अचानक खाते में अरबों रुपये क्रेडिट होने का मैसेज आया तो कई बार उसे चेक किया. हर बार उतना ही बैलेंस दिख रहा था. इसपर परिजनों और आसपास के लोगों को सूचित किया. मीडिया को भी बताया. फिर बैंक वालों को खबर दी. जिसके बाद खाते को फ्रीज किया गया. 

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किसान विनय पांडे कहते हैं- खाते में इतनी बड़ी रकम आ गई कि मैं गिनती भी नहीं कर पा रहा था. बैंक और भारत सरकार से आग्रह है कि मेरे खाते में आई धनराशि को जनकल्याणकारी योजनाओं में लगाया जाए. यदि कुछ इनाम के रूप में मुझे धनराशि दी जाएगी तो मैं उसी में संतुष्ट हो जाऊंगा. 

वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि विनय काफी समय से गांव में ही रह रहे हैं और किसी भी बड़ी आर्थिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं. ऐसे में उनके खाते में अचानक इतनी बड़ी धनराशि का ट्रांसफर होना अप्रत्याशित के साथ-साथ चिंताजनक भी है. इस घटना ने विनय और उनके परिवार के साथ पूरे गांव को हैरानी में डाल दिया है. 

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