संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियां उफान पर हैं. दोनों नदियों ने विकराल रूप धारण किया हुआ है. इस बीच मंगलवार को बाढ़ के पानी में नहाने के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे में तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई. जबकि, एनडीआरएफ और फ्लड कंपनी पीएसी ने दो बच्चों को सकुशल बचा लिया है. तीन बच्चों की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
डीसीपी गंगानगर जोन कुलदीप सिंह गुनावत के मुताबिक, मंगलवार को दोपहर 1:30 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि थरवई थाना क्षेत्र के मनसैता घाट पर गंगा नदी में नहाने गए पांच बच्चे गहरे पानी में जाने से डूब गए हैं. इस सूचना पर तत्काल एनडीआरएफ और फ्लड कंपनी पीएसी ने गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस दौरान तीन बच्चों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया, लेकिन इसमें एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दो बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
कई घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाढ़ के पानी में लापता दो बच्चों के भी शव बरामद कर लिए गए. इस तरह से इस हादसे में कुल तीन किशोरों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. यह हादसा पुलिस कमिश्नरेट के गंगानगर जोन के थरवई थाना क्षेत्र के मनसैता गांव में भीम कुंडा मंदिर घाट पर हुआ है.
मृतक बच्चों की शिनाख्त शंशाक सिंह उम्र 16 साल, लकी पाल और उत्कर्ष पाल उम्र 15 वर्ष के रूप में हुई है. सकुशल बचाए गए बच्चों की पहचान है शिवम पाल उम्र 14 वर्ष और अमन पाल 8 वर्ष है.
डीसीपी के अनुसार, फिलहाल मौके पर शांति व्यवस्था कायम है. बाढ़ को देखते हुए लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा है कि लोग गहरे पानी की ओर न जाएं, क्योंकि इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. गश्त अभियान जारी है.
पंकज श्रीवास्तव