भीड़, भयानक ट्रैफिक और अव्यवस्था... ये महाकुंभ स्नान नहीं आसान! प्रयागराज ही नहीं पूरे UP और MP तक लोग हलकान

महाकुंभ में इस सदी का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम लगा है. जाम के चलते पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है. आलम यह है कि प्रयागराज में जाम की वजह से MP तक के लोग हलकान हैं.

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प्रयागराज में जाम से MP तक लोग हलकान प्रयागराज में जाम से MP तक लोग हलकान

समर्थ श्रीवास्तव / पंकज श्रीवास्तव / आनंद राज

  • प्रयागराज,
  • 10 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

तीर्थराज प्रयाग के महाकुंभ (Mahakumbh Jam Latest Updates News) में इस सदी का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम लगा है. महाकुंभ में स्नान करने जाने वाले श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा है कि पिछले तीन दिनों में सिर्फ प्रयागराज शहर में 15 लाख वाहन पहुंचे हैं.25 दिन में जिस शहर ने 43 करोड़ 57 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आवाजाही देखी है. उस तीर्थ में कल यानी रविवार को एक दिन में करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है. भीड़ और भयानक ट्रैफिक जाम की तस्वीरें देखकर दुनिया हैरान है फिर भी आस्था के इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं के जमावड़े का सिलसिला थमता नहीं नजर आ रहा है.

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ये हाल अभी है जब 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा का स्नान बाकी है. महाकुंभ प्रशासन से लेकर पुलिस तक की तो इस सैलाब को संभालने में पसीने छूट ही रहे हैं. प्रयागराज के आसपास के सरहदी जिलों से लेकर मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार के जिलों तक ट्रैफिक जाम ने अपना असर दिखाया है. 

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संगम नोज पर नहीं है तिल रखने की जगह

संगम तीर्थ पर तिल रखने की जगह नहीं है. एक डुबकी की हसरत और महाकुंभ स्नान की चाहत में करोड़ से ज्यादा लोग रोज प्रयाग पहुंच जा रहे हैं. गंगा की घाटों की ओर जाने वाली सड़कों पर श्रद्धालुओं का अनवरत सैलाब बह रहा है. चंद किलोमीटर से लेकर सैकड़ों किलोमीटर की दूरी करके प्रयाग पहुंच रहे श्रद्धालु पैदल चल चलकर निहाल हुए जा रहे हैं.

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श्रद्धालुओं का सैलाब इस कदर शहर में उमड़ रहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने में प्रयागराज प्रशासन से लेकर महाकुंभ प्रशासन तक के पसीने छूट रहे हैं.  शहर के आधे से अधिक फ्लाई ओवर्स पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जा चुकी है.मगर भीड़ है कि थम नहीं रही है. ये हाल तब है जब घंटों तक प्रयागराज की सड़कों पर पैदल चलकर लोग संगम पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया जा चुका है.

क्षेत्र में श्रद्धालुओं को अधिकारियों और वीआईपी लोगों के वाहन दिखाई दे रहे हैं तो उनमें नाराजगी फैल रही है. हालांकि महाकुंभ में यूं तो वीआईपी श्रद्धालुओं का स्नान हो चुका है लेकिन देश की सबसे बड़ी वीआईपी और राष्ट्र प्रमुख द्रौपदी मुर्मू के स्नान को लेकर प्रशासन ने जो बंदिशें लगाईं उसे लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी. प्रशासन ने ज्यादातर पंटून पुल बंद कर रखे हैं. फिर भी एक दिन में एक करोड़ 42 लाख से अधिक लोग स्नान कर रहे हैं. महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा तो किसी तरह पूरी हो जा रही है. लेकिन जिस तरह प्रयागराज में आने वाले लोगों की भीड़ बढ़ रही है उससे पूरे प्रयागराज में हालात चरमराये नजर आते हैं.

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इस वजह से भी बढ़ रही है भीड़

प्रयागराज में पैदा हुए हालात को लेकर वहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं, पुलिसकर्मियों, प्रशासन के अधिकारियों और स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद पता चलता है कि दरअसल इस परेशानी के पीछे कुछ बड़ी वजहें भी हैं. महाकुंभ में रोज आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं हो रही है.पीएम के दौरे के बाद महाकुंभ में श्रद्धालुओं की तादाद तेजी से बढ़ी है.ज्यादातर लोग निजी वाहनों से प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.प्रयागराज में 7 मार्गों पर बनाये गए कुल 112 पार्किंग स्थलों में से अमृत स्नान खत्म होने के बाद सिर्फ 36 पार्किंग स्थल ही चालू नजर आ रहे हैं. 

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यही वजह है कि निजी वाहनों का रेला प्रयागराज की ओर बढ़ रहा है और उचित पार्किंग नहीं होने की वजह से सड़कों पर लंबा जाम लग रहा है. प्रयागराज के स्थानीय लोगों की शिकायत है कि प्रयागराज के बॉर्डर पर वाहनों को रोकने के लिए बनाई गई व्यवस्था ढीली पड़ गई है. साथ ही प्रयागराज पुलिस और प्रशासन का सीमावर्ती जिलों से तालमेल में कमी दिख रही है.ऊपर से व्यवस्था संभालने के लिए तैनात किये गए अर्धसैनिक बल के जवानों को भौगोलिक स्थितियों की जानकारी नहीं है. जिसमें श्रद्धालुओं को सही दिशा निर्देश नहीं मिल पा रहा है.

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ट्रैफिक जाम होने की सूरत में बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं को पहले से सूचना नहीं मिल पा रही है. इससे और अव्यवस्था बढ़ रही है. इसी बीच वीआईपी प्रोटोकॉल की वजह से जगह-जगह की जा रही बैरिकेडिंग से भी घंटों घंटों का जाम लग जा रहा है. जिसका असर कई-कई किलोमीटर तक दिख रहा है. 

इतनी भीषण भीड़ और ट्रैफिक जाम में फंसकर प्रयागराज में पहुंचने वाले श्रद्धालु जब लौट रहे हैं तो यही सलाह दे रहे हैं कि अब तो माघ पूर्णिमा के बाद ही लोग आएं तो ठीक है. वरना महाकुंभ में स्नान नहीं आसान है.

अखिलेश यादव ने सरकार पर बोला हमला

प्रयागराज में जो भीड़ दिख रही है उससे शहर के हालात तो खराब हो ही रहे हैं. प्रयागराज के आसपास के जिलों में भी भयानक ट्रैफिक जाम लग रहा है.मध्य प्रदेश से लेकर बिहार तक लाखों वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं.उसमें फंसे करोड़ से ज्यादा लोग न आगे बढ़ पा रहे हैं न पीछे लौट सकते हैं. प्रयागराज के हालात को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर तमाम विपक्षी नेता लगातार सरकार और प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं. अखिलेश यादव का आरोप है कि ट्रैफिक जाम में फंसे लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. जमीन पर कोई मंत्री या जिम्मेदार नेता दिखाई नहीं पड़ रहे. व्यवस्था में दिन रात जी जान से जुटे कर्मचारियों की सुध लेने वाला भी कोई नहीं है.

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प्रयागराज में जिस हिसाब से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. उससे मेलाक्षेत्र में पैदल यात्रियों को तो दिक्कत नहीं है. लेकिन जिन लाखों लाख निजी वाहनों से ये श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं उनकी व्यवस्था गड़बड़ है. एक तो लोगों को भी निजी वाहनों के बजाये पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना चाहिए. दूसरे शहर के बाहर जो चार- पांच दर्जन पार्किंग इंतजाम बनाये गए थे, उन्हें फिर से दुरुस्त किया जाएगा.

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