VHP नेता को गिरफ्तार करवाने वाली ADM ऋतु का पीलीभीत से ट्रांसफर, जानें क्या था केस

पीलीभीत में VHP नेता प्रिंस गौड़ की जमानत पर रिहाई के तुरंत बाद ADM ऋतु पूनिया का ट्रांसफर कर उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है. गौड़ पर ADM ने ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. यह कार्रवाई तब हुई जब संगठन के मंत्रियों ने लखनऊ तक मामला पहुंचाया. गौड़ की गिरफ्तारी और एडीएम का तबादला प्रशासनिक फेरबदल का बड़ा विषय बन गया है.

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पीलीभीत: ADM ऋतु पूनिया और VHP नेता प्रिंस गौड़ (Photo- ITG) पीलीभीत: ADM ऋतु पूनिया और VHP नेता प्रिंस गौड़ (Photo- ITG)

सौरभ पांडे

  • पीलीभीत ,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:34 PM IST

यूपी के पीलीभीत में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विभाग संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ की गिरफ्तारी और रिहाई के बाद बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है. ADM वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया का तबादला कर उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है. प्रिंस गौड़ की जमानत पर रिहाई के ठीक एक दिन बाद यह फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है. 

वीएचपी नेता की गिरफ्तारी, एडीएम का ट्रांसफर

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आपको बता दें कि पीलीभीत की एडीएम वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया का ट्रांसफर कर दिया गया है. वीएचपी नेता प्रिंस गौड़ की जेल से रिहाई के ठीक एक दिन बाद यह फैसला आया. प्रिंस गौड़ पर एडीएम ने ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. सोमवार को संगठन के मंत्रियों ने डीएम और एसपी से मुलाकात की और मामला लखनऊ तक पहुंच गया था. गौड़ की रिहाई मंगलवार को हुई और एडीएम का तबादला बुधवार देर रात किया गया. 

दरअसल, एडीएम ऋतु पूनिया ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर दी थी कि प्रिंस गौड़ ने अपने पत्र में उन पर स्टांप मामलों में अनियमितता और कॉलोनियों में दखल का आरोप लगाया, जो झूठे और तथ्यहीन हैं. एडीएम ने यह भी आरोप लगाया कि प्रिंस गौड़ ने उनके मृतक माता और ससुर के नाम से बैनामे कराने का आपराधिक आरोप लगाया, जो दर्शाता है कि आरोपी किसी गिरोह के साथ मिलकर उन पर हमला कर सकता है. प्रिंस गौड़ की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर हलचल मच गई, और वीएचपी पदाधिकारियों ने इसे सीरियस ले लिया. 

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'डायमंड कॉलोनी' बना विवाद की जड़

इस पूरे फसाद की जड़ कचहरी के पास डेवलप हो रही 'डायमंड कॉलोनी' बताई जा रही है. हिंदू संगठन लगातार इस कॉलोनी का विरोध कर रहा था, क्योंकि कॉलोनी में एक मज़ार और छोटे-छोटे मंदिरों को हटा दिया गया था, और एक अन्य मंदिर का रास्ता भी बंद करने की कोशिश की जा रही थी. विरोध प्रदर्शन और पुलिस से नोकझोंक आम हो गई थी. इस मामले में एडीएम ऋतु पूनिया पर मेरठ के कॉलोनाइजरों की मदद करने की चर्चा सोशल मीडिया पर आज तक छाई रही, जिससे वह सीधे तौर पर विवाद से जुड़ गईं. 

रिहाई के बाद 'लेडी सिंघम' का ट्रांसफर

ADM ऋतु पूनिया, जो अपनी तेज-तर्रार छवि के कारण 'लेडी सिंघम' नाम से भी प्रसिद्ध थीं, उनका ट्रांसफर होने से पहले प्रिंस गौड़ की धाराएं कम कर दी गईं और उन्हें मंगलवार को जमानत पर रिहाई दे दी गई. 

गौड़ की जेल में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था. रविवार को सोशल मीडिया पर एडीएम के खिलाफ बाढ़ सी आ गई थी. बुधवार देर रात एडीएम ऋतु पूनिया को पीलीभीत से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया, और उनकी जगह प्रसून द्विवेदी को भेजा गया है. 

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