आगामी लोकसभा चुनाव के चलते यूपी में राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं. एक तरफ बीजेपी सभी 80 सीटों पर जीत का दावा कर रही है तो वहीं विपक्षी पार्टियां INDIA गठबंधन के जरिए बीजेपी का विजयरथ रोकने की कवायद में जुटी हैं. इस सबके बीच सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बड़ा बयान आया है. उन्होंने दावा किया है राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले यूपी के मंत्रिमंडल का विस्तार होगा और वह उसमें शामिल हो जाएंगे.
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करके आए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनकी यूपी के मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा हुई. उन्होंने दावा किया कि खरमास के बाद किसी भी दिन कैबिनेट विस्तार होगा, इसका उन्हें आश्वासन मिला है. 15 तारीख से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा और उसमें वह यूपी कैबिनेट में शामिल होंगे.
लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है. चर्चा राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने का प्रस्ताव यूपी से दिल्ली भिजवाने पर हुई. खरवार जाति के बच्चों का सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहा है, पुलिस भर्ती निकली है, सरकार शासनादेश जारी करे कि उनका प्रमाण पत्र बन जाए. इस संबंध में यूपी के मुख्यमंत्री और जेपी नड्डा जी से भी मैंने बात की थी.
'बिहार में संयुक्त चुनाव कार्यक्रम करेंगे'
ओपी राजभर ने दावा किया कि बिहार में संयुक्त चुनाव कार्यक्रम करने पर भी अमित शाह से चर्चा हुई. बिहार में किसी भी समय एक हफ्ते के अंदर संयुक्त कार्यक्रम करने की तारीख मिलेगी. जब सीट बंटवारे की बात आएगी तो हम सभी मिल बैठकर बात करेंगे. जो जिसको सीट मिलेगी, उस पर चुनाव लड़ेंगे. राम मंदिर का निमंत्रण मिला है, हम बिल्कुल जाएंगे.
'बीजेपी से डील कर चुके हैं अखिलेश यादव'
समाजवादी पार्टी के बीजेपी पर हमलावर होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा और बीजेपी में डील हो गई है. सपा के लोग मान चुके हैं कि उन्हें बीजेपी को सभी 80 सीटें जितवाने में मदद करनी है. इसका उदाहरण मध्य प्रदेश में देखने को मिला है. खुद अखिलेश जी ने कहा कांग्रेस बीजेपी की बी टीम है, बीजेपी ने कहा कि सपा कांग्रेस की बी टीम है. अखिलेश जी ने साफ नहीं किया कि किस पार्टी को वोट देना है. बिना अखिलेश जी की मर्जी के स्वामी प्रसाद मौर्य कुछ नहीं बोल सकते हैं. INDIA गठबंधन के लोग सभी अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे. अखिलेश यादव डील कर चुके हैं और गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.
आशीष श्रीवास्तव