सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल के खिलाफ आपत्तिजनक कमेंट, लखनऊ पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज की FIR

आरोपी उमेश यादव के खिलाफ यह दूसरी प्राथमिकी है. 17 अगस्त को, कौशांबी जिले की पुलिस ने यादव पर अपने एक्स अकाउंट पर पाल के बारे में कथित रूप से अश्लील टिप्पणियां पोस्ट करने का मामला दर्ज किया था.

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MLA पूजा पाल को हाल ही में सपा से निष्कासित किया गया  (Photo: ITG) MLA पूजा पाल को हाल ही में सपा से निष्कासित किया गया (Photo: ITG)

aajtak.in

  • लखनऊ ,
  • 20 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 9:18 AM IST

लखनऊ पुलिस ने समाजवादी पार्टी से हाल ही में निष्कासित विधायक पूजा पाल के बारे में सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. सैरपुर पुलिस स्टेशन में उमेश यादव नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जिसने कथित तौर पर फेसबुक और एक्स सहित अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पूजा पाल को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट की थीं. 

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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "अभद्र टिप्पणियों के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रावधानों और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है." पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके की एक पंचायत सदस्य की शिकायत के बाद की गई और आगे की जांच जारी है. 

यह भी पढ़ें: 'सपा दरियादिल लोगों की पार्टी, लेकिन जब कोई पाप करता है तो...', पूजा पाल के निष्कासन पर बोले अफजाल अंसारी

इस मामले में उमेश यादव के खिलाफ यह दूसरी प्राथमिकी है. 17 अगस्त को, कौशांबी जिले की पुलिस ने यादव पर अपने एक्स अकाउंट पर पाल के बारे में कथित रूप से अश्लील टिप्पणियां पोस्ट करने का मामला दर्ज किया था. यह मामला पिपरी पुलिस स्टेशन में चायल विधानसभा क्षेत्र के संतोष कुमार पाल की शिकायत पर दर्ज किया गया था. पाल इसी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. 

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उन्होंने आरोप लगाया कि इस टिप्पणी से विधायक को राजनीतिक और सामाजिक नुकसान पहुंचा है और उनके समर्थकों के साथ-साथ पाल समुदाय के लोग भी नाराज हैं. 

यह भी पढ़ें: पूजा पाल पर भड़के शिवपाल यादव, बोले- 'केशव मौर्य जैसा होगा हाल, कभी नहीं बन पाएंगी विधायक'

बता दें कि पूजा पाल को पिछले हफ़्ते समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, जब उन्होंने विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ की थी और कहा था कि उन्होंने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद को "मिट्टी में मिला दिया गया है" है. अतीक-अशरफ उनके पति राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मामले में आरोपी थे. प्रयागराज पश्चिम से बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल की शादी के नौ दिन बाद ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 

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