यूपी के झांसी में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है. शादी के महज सात महीने बाद पति की हार्ट अटैक से मौत का सदमा न झेल पाने के कारण 23 वर्षीय नवविवाहिता ललिता उर्फ राधिका यादव ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. पति की मौत के ठीक दो महीने बाद ही उसने यह कदम उठाया.
परिजनों ने बताया कि राधिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. यह घटना शुक्रवार सुबह प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित हंसारी में हुई. पति विशाल यादव की दो महीने पहले हुई मौत के सदमे के कारण ललिता ने अपनी जान दे दी. उसने खुद को अटैच बाथरूम में बंद करके यह कदम उठाया.
शुक्रवार सुबह राधिका नहाने के लिए कमरे के अटैच बाथरूम में गई, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं निकली. आवाज लगाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. अंदर का दृश्य देखकर वे दंग रह गए- राधिका साड़ी से पंखे पर लटकी हुई थी.
परिजन तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. राधिका और विशाल की शादी इसी वर्ष 13 अप्रैल को हुई थी, यानी शादी को सिर्फ सात महीने हुए थे. मगर इन सात महीनों में पहले विशाल और अब राधिका ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
सुसाइड नोट में ये लिखा
मरने से पहले राधिका ने एक पन्ने का दिल दहला देने वाला सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने पति को खोने के बाद की अपनी टूटी हुई मनोदशा को बयां किया है. नोट में उसने लिखा, "मेरे पास कोई Option नहीं है खुद को जीने के लिए Motivate करूं."
राधिका ने अपने भाईयों से कहा कि उन्होंने उसके लिए दुनिया का बेस्ट पार्टनर ढूंढा था, लेकिन उसकी किस्मत इतनी बुरी थी कि सारी खुशियां छिन गईं. उसने अपनी दीदियों से रक्षाबंधन पर भाईयों को राखी बांधने आने का अनुरोध भी किया.
'पति के बिना नहीं जी सकती'
मृतका के चाचा ससुर देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि पति विशाल यादव के निधन के बाद राधिका पूरी तरह टूट चुकी थी और लगातार तनाव में थी. उन्होंने कहा कि घर वालों ने बहुत समझाया, पर वह खुद को अधूरा महसूस कर रही थी. देवेंद्र ने सुसाइड नोट का हवाला देते हुए कहा कि बहू ने साफ लिखा है कि वह पति के बिना नहीं जी सकती. परिवार ने किसी भी तरह की बाहरी साजिश या दबाव की आशंका से इनकार किया है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है और आगे की कार्यवाही में जुट गई है.
अजय झा