यूपी की संभल पुलिस ने 24 नवंबर 2024 की हिंसा के मास्टरमाइंड मोस्टवांटेड गैंगस्टर शारिक साठा गैंग पर शिकंजा कस दिया है. हिंसा के दौरान दो युवकों की हत्या के आरोपी और हथियार सप्लाई करने वाले साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज पर NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया गया है. पुलिस अब दुबई में बैठे शारिक साठा को भारत लाने के लिए अन्य एजेंसियों का सहयोग लेगी.
आपको बता दें कि संभल पुलिस ने दुबई में बैठे गैंगस्टर शारिक साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज पर NSA लगाया है. अफरोज संभल हिंसा के दौरान दो युवकों की हत्या और हथियार सप्लाई करने का आरोपी है. पुलिस ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि मुल्ला अफरोज के बाहर आने पर अपराध बढ़ने की आशंका है. अफरोज के खिलाफ 11 अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं और वह बीते 9 महीने से जेल में बंद है.
संभल में 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद के एडवोकेट कमीशन सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार युवकों की गोली लगने से मौत हुई थी और 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. पुलिस ने इस हिंसा के दौरान मारे गए दो युवक बिलाल और अयान की हत्या के आरोप में मुल्ला अफरोज को 19 जनवरी 2025 को गिरफ्तार किया था. मुल्ला अफरोज से पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ था कि उसने हिंसा के दौरान हथियार सप्लाई किए थे. उसके पास से एक पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद हुए थे.
साठा की संपत्ति पर बनेगा CO दफ्तर
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि मुल्ला अफरोज एक पेशेवर अपराधी है और उसके जेल से बाहर आने पर अपराध बढ़ सकता है, इसलिए NSA की कार्यवाही जरूरी थी. वहीं, पुलिस अब दुबई में बैठे भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर शारिक साठा को भारत लाने के लिए अन्य एजेंसियों से सहयोग लेने की तैयारी कर रही है. साठा पर देश से बाहर होने की सूचना है और पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है.
एसपी ने बताया कि शारिक साठा की एक संपत्ति पूर्व में कुर्क की गई थी और उसे राज्य सरकार में निहित कराया गया था. पुलिस ने अब एक बड़ा फैसला लेते हुए, शारिक साठा से जब्त उसी संपत्ति पर असमोली सर्कल के सीओ (क्षेत्राधिकारी) का दफ्तर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. एसपी ने कहा कि मुल्ला अफरोज और गुलाम जैसे आरोपियों ने देश भर में हिंसा फैलाने के इरादे से उन्माद फैलाने के प्रयास किए थे.
अभिनव माथुर