राजधानी लखनऊ के महिगवां के बाद अब झांसी के बरुआसागर थाना क्षेत्र के ग्राम जरबो में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने जबरन मूर्ति को हटा दिया और रातों रात मैदान की जेसीबी मशीन से सफाई करा दी. हालांकि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारियों से जानकारी लेने का प्रयास किया तो उन्होंने जानकारी करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.
जानकारी के मुताबिक झांसी जनपद के बरुआसागर थानान्तर्गत ग्राम जरबो में ग्राम प्रधान सरोज और स्थानीय क्षेत्रवासियों की सहमति से चंदा एकत्रित कर 10 तारीख को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को ग्राम पंचायत की जमीन पर स्थापित किया गया था, जिससे 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाया जा सके. इसको लेकर गांव में खुशी थी.
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ग्रामीणों का आरोप है कि इसी बीच शनिवार की रात्रि में बरुआसागर और अन्य थानों की पुलिस फोर्स, पुलिस क्षेत्राधिकारी टहरौली व प्रशानिक अधिकारी गांव में पहुंच गए व बिना अनुमति मूर्ति लगाने की बात कहकर नाराजगी व्यक्त करने लगे. इसके बाद हम सभी को भगा दिया और कहा कि घर से बाहर नहीं निकलना. इसके बाद पुलिस ने मैदान में लगी बाबा साहब की मूर्ति को उखाड़ लिया.
इसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली में रखकर ले गए. ग्रामीणों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने. इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन ने अपनी मौजूदगी में जेसीबी मशीन से मलबे को हटाकर रातोरात मैदान की सफाई करा दी. जब इस मामले में अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया.
गांव में रहने वाली संतोषी बताती हैं कि हम अपने दरवाजे पर बैठे थे. तभी पुलिस वाले आए और ग्राम प्रधान के घर की जानकारी ली. जिस पर उन्होंने बता दिया. इसके बाद रौब दिखाते हुए कहा कि बाबा साहब की मूर्ति किसी की अनुमति से लगाई है. इसके बाद मूर्ति उठा ले गए और मैदान को जेसीबी से रातोंरात समतल करा दिया.
प्रमोद कुमार गौतम