भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेताओं को संवेदनशील मसलों पर राय रखने के लिए मर्यादा की लकीर खींच दी है. पार्टी हाईकमान ने आंबेडकर, संविधान, आरक्षण और दलित मुद्दों को लेकर कड़ा और बड़ा संदेश दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी हाईकमान ने साफ कहा है कि आंबेडकर, संविधान, आरक्षण और दलित मुद्दे पर अनावश्यक बयानों से बचें और पार्टी लाइन के अनुसार ही अपनी बात रखें.
क्या कार्यक्रम था...
बीजेपी नेताओं को ये नसीहत डॉ बी.आर आंबेडकर सम्मान अभियान के तहत आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में दी गई. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में संगठन महासचिव बीएल संतोष ने पार्टी लाइन साफ कर दी है.
बीजेपी ने लिया है एक्शन...
एक दिन पहले ही बीजेपी ने राजस्थान के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के दलित चेहरे टीकाराम जुले के अलवर में राम मंदिर जाने के बाद आहूजा ने मंदिर का ‘पवित्रीकरण’ किया था. बीजेपी ने इसे बुनियादी मूल्यों और पार्टी संविधान का उल्लंघन बताते हुए कार्रवाई की.
बीजेपी को उठाना पड़ा था नुकसान
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को संविधान बदलने वाले बयानों के कारण नुकसान उठाना पड़ा था. अनंत हेगड़े, लल्लू सिंह और ज्योति मिर्धा के बयानों से विपक्ष को मुद्दा बनाने का मौका मिला था.
14 अप्रैल को सम्मान अभियान
बीजेपी इस साल 14 अप्रैल को डॉ आंबेडकर की जयंती पर सम्मान अभियान आयोजित करने जा रही है. इसके लिए कल राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें देशभर में सम्मान अभियान कैसे चलाना है, इसे लेकर निर्देश दिए गए.
अब प्रदेश स्तर पर भी कार्यशालाएं आयोजित होंगी और वहां भी कार्यकर्ताओं को ऐसे ही निर्देश दिए जाएंगे.
हिमांशु मिश्रा