हापुड़: पुलिसवालों ने लाइनमैन को बंद किया तो बिजली कर्मचारियों ने काट दी चौकी की लाइट! ₹3.43 लाख बकाए का नोटिस भी चिपकाया

हापुड़ में संविदाकर्मी को हिरासत में लेने से नाराज विद्युतकर्मियों ने बहादुरगढ़ पुलिस चौकी की बिजली काट दी. उन्होंने चौकी पर बिजली चोरी और ₹3.43 लाख बकाए का नोटिस चिपकाया. विवाद की शुरुआत संविदाकर्मी और उपभोक्ता के बीच झगड़े के बाद पुलिस कार्रवाई से हुई. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.

Advertisement
हापुड़ में बिजली विभाग ने पुलिस चौकी की लाइट काट दी (Photo- Screengrab) हापुड़ में बिजली विभाग ने पुलिस चौकी की लाइट काट दी (Photo- Screengrab)

देवेंद्र कुमार शर्मा

  • हापुड़,
  • 10 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST

यूपी के हापुड़ में बिजली विभाग और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला. एक संविदाकर्मी को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने से नाराज विद्युतकर्मियों ने बहादुरगढ़ पुलिस चौकी की बिजली काट दी. इतना ही नहीं, पुलिस चौकी पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए ₹3.43 लाख के बकाए का नोटिस भी चिपकाया गया. बिजली काटने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ.

Advertisement

विवाद की शुरुआत बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के भदस्याना गांव से हुई. संविदाकर्मी प्रदीप कुमार बकाए के चलते उपभोक्ता अमरपाल के घर गया था, जहां दोनों में बहस हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले गई और BNNS की धारा 170 के तहत शांति भंग में कार्रवाई कर दी. पुलिस द्वारा संविदाकर्मी को बंद करने से विद्युतकर्मी नाराज हो गए.

नाराज विद्युतकर्मियों ने इसके बाद बहादुरगढ़ पुलिस चौकी पर चेकिंग की. उन्हें पुलिस चौकी पर बिजली के तारों का जाल मिला. विद्युत विभाग ने पुलिसकर्मियों पर केबल काटकर चोरी से बिजली चलाने का आरोप लगाया और तुरंत चौकी के विद्युत तार काट दिए, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ. गढ़मुक्तेश्वर के अधिशासी अभियंता सूर्य उदय कुमार वर्मा ने बताया कि अवैध कनेक्शन काटने और 3.5 लाख के बकाया बिल के कारण कनेक्शन काटा गया था.

Advertisement

मामले के तूल पकड़ने पर उच्च अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया. अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि यह कुछ भ्रांतियों के कारण हुआ मतभेद था, जिसे अधिकारियों की मीटिंग के बाद दूर कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने मारपीट और संज्ञेय अपराध की संभावना को देखते हुए कानूनी कार्यवाही की थी, जिसे समझाने के बाद अब कोई विवाद शेष नहीं है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement