यूपी के उन्नाव के खजूर गांव निवासी 26 वर्षीय यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी सट्टेबाजी के अवैध कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की रडार पर है. साल 2017 में सट्टे में पैसे हारकर दिल्ली भागे अनुराग ने ड्रीम-11 और खुद के फैंटेसी ऐप के जरिए करोड़ों की संपत्ति बनाई. वर्तमान में दुबई में रह रहे अनुराग ने हाल ही में अपनी प्रेमिका से वहां शादी की थी. ईडी ने लखनऊ और उन्नाव समेत उसके ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों की चल-अचल संपत्ति और लग्जरी कारें फ्रीज की हैं. इस कार्रवाई के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है और परिजन डरे हुए हैं.
साइकिल से करोड़ों के सफर की शुरुआत
अनुराग द्विवेदी का सफर बेहद साधारण था. गांव में साइकिल चलाने वाले अनुराग को क्रिकेट सट्टे की लत लगी और वह पिता की डांट के डर से दिल्ली चला गया. वहां उसने फैंटेसी क्रिकेट के जरिए अपनी किस्मत बदली और 'यूट्यूब सेंसेशन' बन गया. 7 जनवरी 2024 को उसने लखनऊ में बड़ा मीट-अप भी आयोजित किया था. आज उसके पास आलीशान महल जैसा घर और महंगी कारों का काफिला है.
बिश्नोई गैंग की धमकी और दुबई कनेक्शन
दिसंबर 2024 में अनुराग उस वक्त चर्चा में आया जब उसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी और एक करोड़ की रंगदारी मांगी. सुरक्षा के डर से उसने यूपी पुलिस से मदद मांगी थी.
नवंबर 2025 में अनुराग ने दुबई के एक होटल में शादी की, जिसमें गांव के 25 लोगों को हवाई जहाज से बुलाया गया था. अब ईडी उसके इसी विदेशी निवेश और हवाला नेटवर्क की जांच कर रही है.
गांव में सन्नाटा, आलीशान घर पर ताला
ईडी की छापेमारी के बाद खजूर गांव में खौफ का माहौल है. अनुराग का घर एक-डेढ़ बीघे में फैला आलीशान महल जैसा है, जिसकी ऊंची बाउंड्री और बड़ा गेट गांव में चर्चा का विषय रहता है. गांव वालों के मुताबिक, उसके चाचा गांव की मार्केट की देखरेख करते हैं. जांच एजेंसी की कार्रवाई के बाद से परिवार ने खुद को घर के अंदर कैद कर लिया है और किसी से भी बातचीत करने से बच रहे हैं.
ED ने लैंबॉर्गिनी समेत करोड़ों की संपत्ति की फ्रीज
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए के मामले में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अनुराग द्विवेदी के लखनऊ, उन्नाव और दिल्ली सहित 10 ठिकानों पर छापेमारी की. कोलकाता में दर्ज धोखाधड़ी के मामले के आधार पर हुई इस कार्रवाई में 20 लाख रुपये नकद, 4 करोड़ से अधिक मूल्य की 4 लग्जरी कारें और 3 करोड़ की चल-अचल संपत्ति फ्रीज की गई है. अनुराग पर सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने और हवाला के जरिए अवैध धन (POC) प्राप्त करने का आरोप है. सिलीगुड़ी से चल रहे इस सिंडिकेट में फर्जी बैंक खातों और टेलीग्राम का इस्तेमाल किया गया था.
लैंबॉर्गिनी और लग्जरी कारों का शौक पड़ा भारी
छापेमारी के दौरान ईडी ने अनुराग द्विवेदी के बेड़े से 4 महंगी गाड़ियां अटैच की हैं. इनमें 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की लैंबॉर्गिनी उरुस, मर्सिडीज, फोर्ड एंडेवर और थार शामिल हैं. अधिकारियों को अनुराग के ठिकानों से 20 लाख रुपये की नगदी भी मिली है. जांच में सामने आया कि अनुराग सट्टेबाजी ऐप्स के लिए प्रचार वीडियो बनाते थे, जिससे प्रभावित होकर आम जनता इन प्लेटफॉर्म पर पैसा लगाती थी.
हवाला और दुबई कनेक्शन का खुलासा
ईडी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि अनुराग द्विवेदी ने सट्टेबाजी से कमाए धन का उपयोग दुबई में संपत्ति खरीदने के लिए किया है. उनकी कंपनियों और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में बिना किसी वैध कारण के बड़ी रकम जमा की गई. यह पैसा विभिन्न हवाला चैनलों और बिचौलियों के माध्यम से उन तक पहुंचा था. फिलहाल, अनुराग भारत छोड़कर दुबई में रह रहे हैं और कई समन के बाद भी पेश नहीं हुए.
कोलकाता से शुरू हुई थी जांच की कड़ी
यह पूरा मामला पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज के खिलाफ दर्ज एफआईआर से जुड़ा है. ये आरोपी सिलीगुड़ी से ऑनलाइन सट्टेबाजी का पैनल चला रहे थे. ईडी इस मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और 1 अगस्त 2025 को अदालत में शिकायत दर्ज की गई थी. इस पूरे केस में अब तक कुल 23.7 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त या अटैच की जा चुकी हैं.
सूरज सिंह