इटावा में दिल्ली बम ब्लास्ट को लेकर सरकार पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे चार युवकों ने विरोध करने पर एक पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक आरोपित हाथ में ईंट लेकर सिपाही को धमकी देता हुआ दिखाई दे रहा है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में चारों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
आरोपियों ने खुद को वकील बताते हुए किया हमला
यह घटना 13 नवंबर की रात रेलवे स्टेशन क्षेत्र में हुई थी. फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में तैनात कॉन्स्टेबल रविन्द्र सिंह ड्यूटी से लौटकर रात करीब 10:30 से 11 बजे के बीच भोजन करने स्टेशन पहुंचे थे. वे स्टेशन बजरिया स्थित एक अंडा राइस ठेले पर गए. जहां चार युवक दिल्ली बम ब्लास्ट के संबंध में सरकार को लेकर अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे थे.
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इस दौरान ठेले के संचालक ने युवकों को बताया कि सामने खड़ा व्यक्ति एक पुलिसकर्मी है. यह सुनते ही युवकों ने कॉन्स्टेबल को निशाना बनाकर गालियां देना शुरू कर दिया. जब कॉन्स्टेबल ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने खुद को वकील बताते हुए उसे धमकाते हुए मारपीट की. इस हमले में कॉन्स्टेबल को कई चोटें आईं. रविन्द्र सिंह मूल रूप से मथुरा के फरह थाना क्षेत्र के महुवन गांव के निवासी हैं.
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कॉन्स्टेबल का मेडिकल परीक्षण कराया गया. जांच के दौरान आरोपियों की पहचान अधिवक्ता कफील, अकील, दिलशाद और फैजान के रूप में हुई, जो उर्दू मोहल्ला, थाना कोतवाली के निवासी हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इनके खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज हैं. कफील और दिलशाद पर विभिन्न थानों में 21 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.
मामला दर्ज करे के बाद पुलिस ने शुरू की विधिक कार्रवाई
इस मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अभय नारायण राय ने बताया कि थाना सिविल लाइन क्षेत्र में सादे वर्दी में पुलिसकर्मी भोजन करने के लिए गया था, तभी आरोपित रास्ते में मिले किसी मुद्दे को लेकर वाद विवाद हुआ और फिर मारपीट हो गई. तत्काल आरक्षी का मेडिकल कराया गया है और सुसंगत धाराओं में आरोपितों के खिलाफ मामला पंजीकृत कर लिया गया है. आरोपितों को गिरफ्तार करके अग्रेत्तर विधिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
अमित तिवारी