Etawah burning train: छठ की भीड़, खचाखच भरी ट्रेन और भीषण आग... बर्निंग ट्रेन में ऐसे बची 500 यात्रियों की जान

दिल्ली से दरभंगा जा रही छठ स्पेशल क्लोन ट्रेन में अचानक से आग लग गई. तीन बोगियां इसमें जलकर खाक हो गईं. इस हादसे में 8 लोग घायल हुए हैं. यह हादसा और भी विकराल रूप ले सकता था. लेकिन स्टेशन मास्टर की सतर्कता से 500 लोगों की जान बाल-बाल बच गई. चलिए जानते हैं इटावा बर्निंग ट्रेन की पूरी कहानी...

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8 यात्री हुए घायल. 8 यात्री हुए घायल.

अमित तिवारी

  • इटावा,
  • 16 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

तारीख 15 नवंबर 2023... छठ पर्व के चलते रेलवे विभाग ने स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. इसी में नई दिल्ली से दरभंगा के लिए जाने वाले यात्रियों के लिए 02570 क्लोन एक्सप्रेस भी शामिल है. लेकिन बुधवार को यानि 15 नवंबर को इस ट्रेन में अचानक से आग लग गई. जिस कारण ट्रेन की तीन बोगियां जलकर खाक हो गईं. हादसे में 8 लोग घायल हो गए. यह हादसा और भी ज्यादा भयानक हो सकता था. लेकिन एक स्टेशन मास्टर की सतर्कता के कारण यह हादसा विकराल रूप लेने से पहले ही टल गया. क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं...

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दरअसल, घटना बुधवार शाम 5-6 बजे के बीच की है. बुधवार को जब दिल्ली से चलकर दरभंगा की ओर जाने वाली 02570 क्लोन एक्सप्रेस ट्रेन इटावा से पहले सराय भूपत स्टेशन से ट्रेन गुजरी तो स्टेशन मास्टर ने स्लीपर कोच में से धुंआ उठता देखा. उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी वॉकी टॉकी के जरिए ट्रेन ड्राइवर और गार्ड को दी. आनन-फानन में ट्रेन रोकी गई.

पचा चला ट्रेन में आग लग गई थी. लेकिन स्टेशन मास्टर द्वारा सूचना मिलने पर जब ट्रेन को रोका गया, तब तक उसके दो स्लीपर कोच और एक जनरल कोच धूं-धूंकर जल रहे थे. छठ के कारण ट्रेन भी यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी. आग देखते ही ट्रेन के अंदर भगदड़ मच गई. हर तरफ चीख-पुकार सुनाई देने लगी. ट्रेन रुकी तो यात्रियों ने अपनी-अपनी जान बचाने के लिए बोगियों से छलांग लगाना शुरू कर दिया.

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जहां ट्रेन को रोका गया था, वहां मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची. ट्रेन में लगी आग पर काबू पाया गया. घायल यात्रियों को एंबुलेंस की मदद से तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया. तीनों बोगियों में रखा यात्रियों को सामान तो पूरी तरह जलकर खाक हो गया. लेकिन गनीमत ये रही कि स्टेशन मास्टर की सतर्कता से यह हादसा विकराल रूप लेने से पहले ही टल गया.

तीनों जली हुई बोगियों को ट्रेन से अलग किया गया. यात्रियों को कोई और परेशानी न हो. इसके लिए रेलवे ने तीनों जली हुई बोगियों के यात्रियों को दूसरी ट्रेनों में एडजस्ट करवा कर गंतव्य की ओर रवाना कर दिया. जानकारी के मुताबिक, जो तीन बोगियां आगजनी का शिकार हुईं, उसमें 500 यात्री थे.

'शॉर्ट सर्किट से लगी आग, लेकिन जांच जारी'

एसपी जीआरपी संजय कुमार ने बताया कि क्लोन एक्सप्रेस में लगी आग पर नियंत्रण पाकर उससे तीनों जली हुईं बोगियां हटा ली गईं. उनकी जगह नई बोगियों को जोड़ा गया. फिर इस ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया. शरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है. हालांकि, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है. पता लगाया जा रहा है कि आखिर आग लगने का असल कारण क्या था.

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यात्री ने बयां किया आंखोंदेखा हाल

उधर इसी ट्रेन से छपरा जा रहे एक यात्री ने बताया कि ट्रेन के अंदर किसी ने चार्जिंग पाइंट में चार्जर लगाया. वहीं से शॉर्ट सर्किट हुआ. हल्की सी चिंगारी उठी. फिर धूं-धूं कर धुआं उठा और आग लग गई. इस कारण ट्रेन में अफरा तफरी मच गई. जब आग लगी तो ट्रेन काफी स्पीड में थी. किसी ने ट्रेन रोकने के लिए चेन भी खींची. फिर थोड़ी ही देर बाद ट्रेन एक जगह रुकी और सभी यात्री अपनी जान बचाने के लिए उससे कूदने लगे. यात्री ने बताया कि उसके दो बैग भी इस आग में जलकर खाक हो गए हैं.

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