दिल्ली में हुए बम धमाके में कई लोग हताहत हुए हैं. घायलों में यूपी के देवरिया के रहने वाले शिवा जायसवाल भी शामिल हैं. भलुअनी बाजार में रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाने वाले शिवा के घायल होने की सूचना कल रात टीवी समाचारों के जरिए घरवालों को मिली. सूचना मिलते ही परिजन दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
एकलौते भाई के घायल होने से परिवार सदमे में
शिवा जायसवाल के घायल होने की खबर से उनका परिवार सदमे में है. शिवा घर के एकलौते बेटे हैं, उनकी चार बहनों की शादी हो चुकी है. पिता नहीं हैं और माता माया जायसवाल कैंसर से पीड़ित हैं. वह भाजपा की नेता भी हैं.
शिवा की बहन रंजना जायसवाल ने बताया कि भाई 9 नवंबर की रात बस से दिल्ली व्यवसाय के सिलसिले में गए थे. परिवार को उनके घायल होने की खबर टीवी से मिली. शिवा की रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान है और कपड़े की खरीदारी के लिये वह बस से दिल्ली गए थे.
माता कैंसर पीड़ित, बहनें दिल्ली रवाना
शिवा जायसवाल की बहन रंजना ने बताया कि धमाका उस समय हुआ जब भाई मार्केट में खरीदारी कर रहे थे. उनकी एक बहन दिल्ली में भी रहती है. खबर मिलते ही पूरा परिवार चिंतित हो गया और घर के लोग तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए. फिलहाल, शिवा अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है. यह घटना परिवार के लिए दोहरी मुसीबत लेकर आई है, क्योंकि उनकी माता पहले से ही कैंसर से जूझ रही हैं.
अमरोहा के शख्स की मौत
दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम धमाके में अमरोहा जिले के हसनपुर निवासी अशोक कुमार (34 वर्ष) की मौत हो गई. दिल्ली में बस कंडक्टर का काम करने वाले अशोक ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ. अशोक मंगरौला गांव में अपने परिवार का एकमात्र सहारा थे, उनके पिता का देहांत पहले ही हो चुका है.
दिल्ली धमाका: यूपी से जुड़े आतंकी नेटवर्क के तार
दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद अब जांच एजेंसियों की निगाहें उत्तर प्रदेश पर टिक गई हैं. आतंकी नेटवर्क के तार लखनऊ और लखीमपुर तक जुड़ते दिखाई दे रहे हैं. अहमदाबाद से गुजरात एटीएस ने आईएसकेपी मॉड्यूल से जुड़े तीन संदिग्धों को गिरफ़्तार किया, जिनमें एक लखीमपुर खीरी के निघासन इलाके का रहने वाला मोहम्मद सोहेल है.
उधर, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लखनऊ के लालबाग की रहने वाली डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ़्तार किया है. पुलिस को शाहीन की कार से राइफल और ज़िंदा कारतूस मिले हैं. यह कार डॉ. मुज़ामिल नामक व्यक्ति इस्तेमाल करता था, जिसके आतंकी संगठनों से संपर्क होने की बात सामने आई है. जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डॉक्टर शाहीन को हथियारों की जानकारी थी या नहीं.
राम प्रताप सिंह