उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया. सीएम ने सपा पर माफियाओं को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाते हुए स्पष्ट किया कि इस पूरे नेटवर्क की जांच एसआईटी और यूपी पुलिस कर रही है.
आपको बता दें कि शुक्रवार को यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र हो गया है. सीएम योगी ने 19 दिसंबर 2025 को लखनऊ में विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले पर सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा आवंटित इस औषधि के दुरुपयोग की शिकायत पर यूपी पुलिस और एफएसडीए ने बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी की है.
जांच के दौरान आरोपियों के संबंध समाजवादी पार्टी से सामने आने के कारण सदन में इस मुद्दे पर चर्चा की तैयारी की है. सरकार ने राज्य स्तर की एसआईटी गठित कर हर पहलू की गहन जांच शुरू कर दी है ताकि इस अवैध तस्करी के पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश किया जा सके.
'सपा और माफियाओं का पुराना नाता'
सीएम योगी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हर माफिया के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं. कोडीन तस्करी मामले में पकड़े गए अभियुक्तों के तार भी सपा से जुड़े मिले हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सपा का हाल 'धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करने' जैसा है. सीएम ने भरोसा दिलाया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.
पारदर्शिता और सहयोग की अपील
सत्र की शुरुआत पर सीएम ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर चर्चा की बात कही. उन्होंने सर्वदलीय बैठक का हवाला देते हुए कहा कि सरकार सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. सीएम ने लोकतंत्र की शुचिता के लिए सभी जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपेक्षा की और इस गंभीर मुद्दे को सदन पटल पर रखने की प्रतिबद्धता जताई.
सिरप तस्करी पर बोले सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कफ सिरप मामले पर मीडिया को जानकारी देते हुए कहा- "...अलग-अलग जगहों पर जहरीले कफ सिरप बेचे जाने की शिकायतों के बाद कार्रवाई की गई. उत्तर प्रदेश में सिरप की अवैध तस्करी की भी खबरें थीं, और इस मामले में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट (NDPS) के तहत कार्रवाई की गई... यूपी सरकार, फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FSDA), यूपी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कार्रवाई शुरू की है. इन सिरप की तस्करी पर बड़े पैमाने पर रोक लगाई गई है, और कई गिरफ्तारियां हुई हैं. जांच के दौरान पता चला कि गिरफ्तार किए गए लोगों के संबंध समाजवादी पार्टी से हैं..."
समर्थ श्रीवास्तव