यूपी के चंदौली में राजकुमार यादव उर्फ मुट्टन यादव की हत्या के मामले में सियासत गर्मा गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि 'चंदौली कांड में अपराधी की गिरफ़्तारी के लिए सारे सबूत मौजूद हैं, सिवाय उत्तर प्रदेश के शासन-प्रशासन की इच्छाशक्ति के.' अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि ‘सत्ता सजातीय’ और पुलिस का गठजोड़ साज़िश रचकर ‘जाति’ देखकर हत्या करवा रहा है.
आपको बता दें कि 1 मई को चंदौली जिले के धानापुर कस्बे में दिनदहाड़े बस संचालक राजकुमार यादव उर्फ मुट्टन यादव की हत्या हुई थी. सरेआम गोली मारकर की गई इस हत्या पर अब अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल बताया है. वहीं, समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचा और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया.
पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें सपा सरकार के टाइम से सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन वर्तमान में उनकी सुरक्षा हटा ली गई है. जिसके बाद राजकुमार का कत्ल कर दिया गया. परिजनों का दावा है कि सुरक्षा हटवाकर वारदात को अंजाम दिया गया, जिसमें बड़े लोगों का हाथ हो सकता है.
अखिलेश यादव का रिएक्शन
चंदौली हत्याकांड पर सपा मुखिया ने सोशल मीडिया पर लिखा- उत्तर प्रदेश में ‘सत्ता सजातीय’ और पुलिस का गठजोड़ साज़िश रचकर ‘जाति’ देखकर हत्या करवा रहा है. इसके लिए किसी को मिली सुरक्षा हटाने तक का षड्यंत्र किया जा रहा है. सत्ताधारियों को लग रहा है कि जब उनकी सरकार है तब न तो कोई जांच होगी और न ही कोई पकड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री ये क्यों नहीं स्वीकार कर लेते हैं कि प्रदेश की बागडोर अपराधियों के हाथ में चली गई है? ऐसे शासन से अच्छी तो अराजकता होती है, जहां जनता सरकार के भरोसे तो नहीं होती है. सीसीटीवी के सबूत के बावजूद भी जब अपराधी पकड़ा नहीं जा रहा है, तो फिर न्याय के नाम पर प्रदेश में बचा क्या. उत्तर प्रदेश की इंद्रिय शून्य सरकार को छोड़कर सबको मालूम है कि हत्यारा कौन है. प्रदेश की जनता इतनी असुरक्षित कभी न थी.
अखिलेश ने कहा कि न्यायालय स्वत: संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई करे, यही हमारी पुरजोर मांग है. हत्यारे, संलिप्त पुलिस और भाजपाई माफ़िया कोई बचना नहीं चाहिए. अगर शासन ने कुछ नहीं किया तो वो भी इस अपराध में भागीदार माना जाएगा और सबसे कमज़ोर, हताश और लाचार शासन भी. जिसका इक़बाल नहीं, वो सरकार नहीं. मुख्यमंत्री जी लखनऊ की जगह चंदौली को राजधानी घोषित कर दें और जहां जाना हो चले जाएं लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता को यूं माफ़ियाओं की गोलियां खाने के लिए न छोड़ें.
जानिए पूरा मामला
1 मई की शाम क़रीब 4:30 बजे धानापुर बाज़ार में अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने बस संचालक राजकुमार यादव पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. जिससे गंभीर रूप से घायल राजकुमार यादव की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक चंदौली जिले के रायपुर गांव के निवासी थे. हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन के हाथ पैर फूल गए.
फिलहाल, चंदौली पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और हत्यारों की तलाश के लिए कई टीमें गठित की हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा.
कौन थे राजकुमार यादव
मृतक राजकुमार यादव इलाके के चर्चित बस संचालक थे. उनके बड़े भाई गांव के वर्तमान ग्राम प्रधान हैं और पहले भी कई बार प्रधान रह चुके हैं. पुलिस के मुताबिक, राजकुमार पर भी पहले से कुछ आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. उनकी सुरक्षा में पीएसी लगी हुई थी, जिसे अब हटा लिया गया था.
उदय गुप्ता