नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर कैलिब्रेशन फ्लाइट ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के छोटे विमान VT-FIS ने हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते हुए नेविगेशन और सुरक्षा उपकरणों की सटीकता की जांच की. यमुना अथॉरिटी के अनुसार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के निर्देश पर यह ट्रायल किया गया.
एएआई के विमान ने मंगलवार की सुबह करीब 9:30 बजे दिल्ली के IGI एयरपोर्ट से उड़ान भरकर 10:26 बजे नोएडा एयरपोर्ट के रनवे पर सुरक्षित लैंडिंग की. विमान ने करीब 20-25 मिनट तक हवाई क्षेत्र में घूमकर उपकरणों की जांच की. कैलिब्रेशन फ्लाइट टेस्टिंग का उद्देश्य एयरपोर्ट और विमानन उपकरणों की सटीकता और विश्वसनीयता की जांच करना होता है.
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इसमें इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS), रडार और कम्युनिकेशन सिस्टम जैसे उपकरणों को टेस्ट किया जाता है, ताकि उड़ान के दौरान नेविगेशन सहायता में कोई त्रुटि न रहे. किसी भी नए एयरपोर्ट पर व्यावसायिक उड़ान शुरू करने से पहले एयरोड्रम लाइसेंस के लिए यह प्रक्रिया आवश्यक होती है.
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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे 3900 मीटर लंबा है, जिसके दो छोर हैं. रनवे 10 और रनवे 28. बीते शुक्रवार को रनवे-10 के लोकलाइजर, ग्लाइडपाथ सिस्टम और PAPI लाइट्स का परीक्षण किया गया था. इसके बाद अब विमान ने पश्चिमी दिशा से रनवे-28 पर लैंडिंग कर उपकरणों की जांच की, जो पूरी तरह सफल रही.
डीजीसीए ने ट्रायल से प्राप्त डाटा की स्टडी शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार, सभी उपकरण सही पाए गए हैं. ऐसे में एक सप्ताह के भीतर एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की संभावना है. अधिकारी अब एयरपोर्ट के नवंबर अंत तक शुभारंभ की तैयारियों में जुटे हैं.
इससे पहले दिसंबर 2024 में एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के एयरबस A320 विमान ने पहली बार रनवे पर लैंडिंग की थी. उस दौरान भी ILS और अन्य नेविगेशन उपकरणों की जांच की गई थी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कैलिब्रेशन फ्लाइट ट्रायल के बाद अब आधिकारिक उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा है. माना जा रहा है कि नवंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में प्रधानमंत्री इस एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते हैं.
अरुण त्यागी