बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पुलिस पर लगाया बदसलूकी का आरोप, कार की तलाशी लेने वाला SI लाइन हाजिर

भाजपा प्रवक्ता ने डीजीपी से एसआई के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का अनुरोध किया. राकेश त्रिपाठी की शिकायत पर उपनिरीक्षक आशुतोष त्रिपाठी लाइन हाजिर कर दिया गया है.

Advertisement
 यूपी बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी. (Photo: X/@RakeshTripathi) यूपी बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी. (Photo: X/@RakeshTripathi)

समर्थ श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 23 जून 2024,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST

लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को मिली हार के बाद पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों और समर्थकों की अधिकारियों के साथ टकराव की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. कुछ दिन पहले अयोध्या में समीक्षा बैठक के दौरान हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और जिले के ​डीएम नीतीश कुमार के बीच तीखी नोंकझोक हुई थी. अब ताजा मामला बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का सामने आया है. उन्होंने यूपी डीजीपी को दी गई लिखित शिकायत में लखनऊ पुलिस के सब-इंस्पेक्टर पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है.

Advertisement

बीजेपी के लिए टीवी डिबेट में विपक्ष से मोर्चा लेने वाले राकेश त्रिपाठी का दावा है कि लखनऊ पुलिस ने उन्हें परिवार के सामने अपमानित किया. उनकी गाड़ी रोककर तलाशी ली गई, हूटर और बत्ती चेक की गई. उन्होंने परिचय दिया लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी. बता दें कि राकेश त्रिपाठी ने बीजेपी का झंडा अपनी गाड़ी से उतार दिया है. डीजीपी को की गई शिकायत में राकेश त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि वह अपने परिवार के साथ श्रीनगर से लौटे थे. एयरपोर्ट से घर आते समय जैसे से ही वह शहीद पथ की ओर बढ़े, सब-इंस्पेक्टर आशुतोष त्रिपाठी ने उनकी गाड़ी रोक दी और तलाशी लेने लगे.

राकेश त्रिपाठी ने अपनी शिकायत में कहा, 'एसआई आशुतोष त्रिपाठी ने मेरे और परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया. इस अकस्मात हुई घटना से मेरे मान-सम्मान को ठेस पहुंची है'. भाजपा प्रवक्ता ने डीजीपी से एसआई के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का अनुरोध किया. राकेश त्रिपाठी की शिकायत पर उपनिरीक्षक आशुतोष त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. बीजेपी की हार की समीक्षा बैठक में भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ ऐसी ही बदसलूकी की शिकायत की गई है.

Advertisement

ऐसे ही एक मामले में योगी सरकार के मंत्रियों के सामने अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार और हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के बीच बहस हो गई थी. यह मामला सरयू सर्किट हाउस का है, जहां लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा बैठक चल रही थी. राजू दास ने अयोध्या में हार का ठीकरा डीएम के सिर पर फोड़ दिया था. इस घटना के बाद उनकी सुरक्षा हटा ली गई. सुरक्षा हटने के बाद राजू दास ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. 

योगी सरकार ने हाल ही में राज्य के अफसरों और कर्मचारियों के लिए मीडिया और सोशल मीडिया गाइडलाइंस जारी की हैं. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, अब अफसरों या कर्मचारियों को किसी मेन स्ट्रीम मीडिया में बोलने या सोशल मीडिया पर लिखने से पहले सरकार की इजाजत लेनी होगी. ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. बिना मंजूरी लिए अखबार में लिखने, टीवी या रेडियो के किसी कार्यक्रम में शामिल होने या सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में अफसरों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement