उत्तर प्रदेश के बिजनौर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव महेश्वरी जट में दहेज में कार न मिलने पर दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा. शादी के दिन दुल्हन हसना परवीन हाथों में मेहंदी लगाए बारात का इंतजार करती रही. लेकिन बारात नहीं आई और दुल्हन पक्ष में अफरा-तफरी मच गई.
हसना की शादी बिजनौर के दारा नगर गंज निवासी आसिफ से तय हुई थी. लड़की के पिता शकील अहमद ने बताया कि शादी से पहले दूल्हे पक्ष को साढ़े तीन लाख रुपये नकद दिए गए थे. लेकिन शादी से एक दिन पहले दूल्हे की ओर से कार की मांग कर दी गई. लड़की पक्ष ने बताया कि वे गरीब हैं और कार नहीं दे सकते. इस पर दूल्हा और उसका परिवार बारात लेकर नहीं आए.
दहेज में कार न मिलने से शादी टूटी
दुल्हन पक्ष ने शादी के लिए 350 मेहमानों के खाने का इंतजाम किया था. लेकिन सारी तैयारियां धरी रह गईं. इस घटना से उन्हें करीब 6 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है और समाज में बेइज्जती का भी सामना करना पड़ा.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और दूल्हा पक्ष पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. इस घटना के बाद से शादी वाले घर में मातम पसर गया.
संजीव शर्मा (बिजनौर)