उत्तर प्रदेश के भदोही में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर ने उसका ब्रेनवॉश किया और फिर उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने लगा. विरोध पर छांगुर ने उसकी दो बेटियों को जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
भदोही पुलिस ने बताया कि बलरामपुर निवासी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर पर कई समुदायों के लोगों को निशाना बनाने और धर्मांतरण के लिए रेट लिस्ट बनाने का आरोप है. उसे इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते यानी एटीएस की एक टीम ने गिरफ्तार किया था.
दरअसल, भदोही निवासी 35 वर्षीय ज्योतिर्गमय राय ने दावा किया कि छांगुर ने उसका ब्रेनवॉश किया और फिर उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के लिए उसकी दो बेटियों को जान से मारने की धमकी दी.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया को मंगलवार को दी गई उसकी शिकायत के बाद जांच शुरू हो गई है. भदोही के एसपी अभिमन्यु मांगलिक ने भी पुष्टि की है कि जांच चल रही है.
पीड़ित ने कही ये बात
ज्योतिर्गमय राय ने दावा किया है कि उन्होंने आर्य समाज समारोह के माध्यम से इशिता नाम की एक महिला से शादी की थी, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि उसका नाम आफ़रीन था और वह एक मुस्लिम परिवार से थी.
आफ़रीन के परिवार ने मार्च 2024 में अपनी दूसरी बेटी के जन्म के बाद कथित तौर पर राय पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव डालना शुरू कर दिया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया.
एसपी ने कहा, "ज्योतिर्गमय राय का दावा है कि आफ़रीन नवंबर 2024 में अपनी बेटियों के साथ लखनऊ चली गई. जब वह उनके पीछे गया, तो छांगुर ने उसे कथित तौर पर धमकाया और उसका ब्रेनवॉश किया. उसने यह भी दावा किया है कि उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहा गया और उसकी बेटियों को चाकू की नोक पर बंधक बना लिया गया."
दिसंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक लखनऊ में काम करने के बाद, राय बिना धर्म परिवर्तन किए भदोही लौट आया और अपने बच्चों की कस्टडी के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की. भदोही एसपी पुलिस अधीक्षक ने कहा- मामले की जांच के लिए एक पुलिस टीम तैनात की गई है.
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