देवर से अवैध संबंध, पैसों की डिमांड, फिर बोरे में मिली लाश... बागपत आशा वर्कर हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा

बागपत पुलिस के मुताबिक, मृतक आशा वर्कर के रिश्ते में देवर लगने वाले एक शख्स के साथ अवैध संबंध थे. वह उसकी पैसों की जरूरत पूरा करता था. घटना वाले दिन आशा वर्कर उससे एक लाख रुपये लेने गई थी. लेकिन बहस के बाद शख्स ने उसकी हत्या कर दी फिर शव को बोरे में भर दिया. लेकिन ठिकाने लगाने से पहले पकड़ा गया.

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घटना के बाद रोते-बिलखते आशा वर्कर के परिजन (Photo- ITG) घटना के बाद रोते-बिलखते आशा वर्कर के परिजन (Photo- ITG)

मनुदेव उपाध्याय

  • बागपत ,
  • 21 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:51 PM IST

एक आशा वर्कर, जो हर घर को स्वास्थ्य का पाठ पढ़ाती थी, वह अब खुद मौत की चीख बन गई. आशा वर्कर घर से निकली थी सीएचसी के लिए… फिर बाजार से सामान भेजा और बताया कि वो भूपेंद्र नाम के शख्स से उधारी के 3500 रुपये लेने जा रही है. लेकिन फिर कभी वापस नहीं लौटी. सुबह बैचैन पति और बेटा थाने पहुंचे, गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और नामजद किया भूपेंद्र को. 

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पुलिस जब भूपेंद्र के बंद मकान पर पहुंची तो दरवाजा भीतर से बंद था. रोशनदान से बेटे को अंदर भेजा गया. आशा वर्कर के बेटे ने जैसे ही अंदर का मंजर देखा तो चीखकर बताया कि 'पापा अब मम्मी नहीं रहीं…' जिसके बाद पुलिस कमरे में दाखिल हुई बोरे को खोला तो सामने थी एक लाश, सिर पर गोली का जख्म और वहीं बिखरी पड़ी थीं शराब-बीयर की बोतलें, चखना, और बर्बरता की गवाही.

जानिए पूरा मामला 

दरअसल, पूरा मामला बागपत जिले की बड़ौत कोतवाली क्षेत्र का है जहां अंजली नाम की आशा वर्कर रोज की तरह CHC के लिए निकली थी. रास्ते में बाजार से घर का सामान खरीदा, रिक्शे वाले से भिजवाया और पति को कॉल कर बताया- "भूपेंद्र से उधार के पैसे लेकर आ रही हूं, जल्दी लौटूंगी." लेकिन नीलम घर नहीं लौटी. रात हो गई, मोबाइल बंद… कोई खबर भी नहीं. 

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ऐसे में सुबह पति और बेटा थाने पहुंच गए. पुलिस को पूरी कहानी बताई. जांच-पड़ताल शुरू हुई. आखिर में पुलिस ने भूपेंद्र नाम के रिश्तेदार के यहां से नीलम का शव बरामद किया. 

आशा वर्कर के पति ने कहा- आशंका है कि मेरी बीवी के साथ पहले गैंगरेप किया गया, फिर हत्या कर शव को बोरे में भर दिया गया. जिस घर में उसकी लाश मिली वो भूपेंद्र का है. भूपेंद्र उसका मौसेरा भाई और मृतका का देवर लगता है. फिलहाल, बागपत पुलिस ने आरोपी भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है. 

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ये थी वारदात के पीछे की वजह 

मामले में एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आशा वर्कर के भूपेंद्र से सबंध थे. भूपेंद्र उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते रुपयों की मदद करता रहता था. घटना के दिन अंजली उससे 1 लाख रुपये लेने आई थी. तभी किसी बात पर दोनों के बीच बहस हो गई. इस बीच भूपेंद्र ने हथौड़े से हमला कर उसकी हत्या कर दी और शव को बोरे में बंद कर दिया. 

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भूपेंद्र का प्लान था कि वो इस लाश को ठिकाने लगा देगा लेकिन उससे पहले भेद खुल गया. पकड़े गए हत्यारोपी के अनुसार, नजायज रिश्ता और पैसों की बढ़ती डिमांड की वजह से उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. 

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